अमरावती/ दि.1- किसानों के बकाया बिजली बिल वसूली करने के लिए बिजली वितरण कंपनी ने उपकेंद्र से ही बिजली आपूर्ति बंद करने का अभियान शुरु किया है. किसानों के खेत में रबी सीजन की फसल और फल बागान खडे है. उन्हें पानी की बहुत ज्यादा जरुरत है. वक्त रहते सिंचाई नहीं हुई तो, फसल नष्ट होने का खतरा है. इस वजह से महावितरण व्दारा बिजली आपूर्ति बंद करने के अभियान के खिलाफ शेतकरी संगठना ने राज्यव्यापी आंदोलन किया.
आंदोलन के दौरान सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि, अगर फसल नष्ट होती है तो देश के सामने अनाज सुरक्षा की समस्या निर्माण होगी. बिजली कंपनी ने देश के अनाज सुरक्षा कानून को भंग किया है. मुंबई उच्च न्यायालय के आदेश का अपमान है. 2012 से कृषि कंपनी को बढाकर बिजली बिल देकर किसान व सरकार के साथ धोखाधडी की है. इसके खिलाफ आज से राज्यभर के तहसील के बिजली कार्यालयों में आंदोलन किया जा रहा है और महावितरण अपने निर्णय को वापस ले, ऐसा भी सौंपे ज्ञापन में कहा है. इस आंदोलन में श्रीकांत पाटील, धनराज गोटे, साहबराव इंगले, विनोद पंडित, संतोष पेढेकर, अरुण साकुरे, दिपक कथे, बापुराव उभाल, ज्ञानेश्वर टीपरे, राजाभाऊ आगरकर, परवेज शहा, विनोद सपकाल आदि उपस्थित थे.