अमरावती

महाराष्ट्र दिन का वंचित आघाडी का राज्यव्यापी शांति मार्च

एड. प्रकाश आंबेडकर की घोषणा

* माहौल बिगाडने के लिए भोंगों की राजनीति का आरोप
अकोला/दि.27 – महाराष्ट्र का माहौल बिगाडने के लिए भोंगों की राजनीति की जा रही है. जानबूझकर इस विवाद को हवा दी जा रही है. यह आरोप कर आगामी 1 मई को शांति व सद्भावना के लिए पूरे राज्य में शांति मार्च निकालने की घोषणा वंचित बहुजन आघाडी के नेता एड. प्रकाश आंबेडकर ने एक पत्रवार्ता कर की. इस शांति मार्च में विभिन्न सामाजिक संगठन शामिल रहेगे. राज्य में शांति, सद्भावना, सामाजिक सद्भाव कायम रखने के लिए इस राज्यव्यापी शांति मार्च का आयोजन करने की बात भी एड. आंबेडकर ने कही.
इन दिनों राज ठाकरे को सामने कर भाजपा अपना जातिय, धार्मिक धु्रविकरण का एजेंडा चला रही है. विभिन्न तरीकों से महाराष्ट्र को अस्थिर करने का कारस्थान भाजपा नेताओं द्बारा किया जा रहा है. धार्मिक स्थलों, मस्जिद, मंदिर, गुरुद्बारा, चर्च आदि पर के लाउड स्पिकर भोंगों के संदर्भ में पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय देकर स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किये है. ऐसा होने पर भी इस मामले में राज्य सरकार द्बारा सर्व दलिय प्रतिनिधि मंडल केंद्र की ओर भेजने का निर्णय उचित नहीं है. इस विषय में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन होना चाहिए. उसमें बदलाव करने का अधिकारी किसी को नहीं है. ऐसा एड. प्रकाश आंबेडकर ने बताया. कोई भी धार्मिक प्रार्थना हनुमान चालिसा करने के लिए धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार संविधान में दिया है. लेकिन किसी के धार्मिक स्थल के सामने ऐसा करने का अधिकार किसी को नहीं है. भोंगों की राजनीति केवल मुस्लिम समाज को ही नहीं बल्कि अन्य धर्म के लोगों को भी प्रभावित तथा प्रताडित करेंगी. एक ओर लोग बढती महंगाई, रोजगार आदि गंभीर समस्याओं से झुज रहे है. ऐसे में इन गंभीर व जरुरी समस्याओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए भोंगा, नमाज, आरती, पुजा की राजनीति की जा रही है. जो देश में हिंसा, जातिवाद व दंगों को निमंत्रण देने का डर है. पत्रवार्ता में वंचित बहुजन आघाडी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धैर्यवर्धन पुंडकर, प्रदेश ्रप्रवक्ता राजेंद्र पातोडे, वंचित के जिलाध्यक्ष प्रमोद डेंडवे, प्रदिप वानखडे आदि उपस्थित थे.

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