विभिन्न मांगो को लेकर 14 से शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की राज्यव्यापी हडताल
पत्रवार्ता में सरकारी, निमसरकारी कर्मचारी शिक्षक संगठन ने दी जानकारी
अमरावती /दि.12- पुरानी पेंशन लागु करने व स्वास्थ कर्मचारियों को आर्थिक व सेवा विषयक समस्या का निराकरण करने सहित अनेक मांगो को लेकर 14 दिसंबर से सरकारी, निमसरकारी कर्मचारी शिक्षक संगठन समन्वय समिती महाराष्ट्र जिला अमरावती की ओर से बेमुदत्त हडताल पर जाने का फैसला लिया गया है. जिसमें राज्य भर से 17 लाख सरकारी, निमसरकारी, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी इस हडताल में सहभागी होगे. ऐसी जानकारी पत्रवार्ता में दी गई.
स्थानीय राजापेठ स्थित पत्रकार भवन में आयोजित मंगलवार को आयोजित पत्रवार्ता के दौरान बताया गया कि सरकारी निमसरकारी शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी समन्वय समिती के नेतृत्व में 1982 की पुरानी पेंशन लागु करने, अनुकंपा नियुक्ती बिना शर्त किए जाने, चतुर्थ श्रेणी व वाहन चालक के पदों न हटाया जाए, शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी की सेवा अंतर्गत समस्या तुरंत छोडा जाने सहित 17 मांगो को लेकर 14 से 20 मार्च 2023 तक 7 दिन की हडताल की गई थी. जिसके बाद विभिन्न तरीकों से मांगो को पुरा करने के लिए सरकार के सामने धरना प्रदर्शन व हडताल भी किया गया था. किंतु सरकार व्दारा किसी तरह का ठोस निर्णय न लेने के चलते संगठन ने दुबारा 14 दिसंबर से बेमुद्दत हडताल पर जाने का निर्णय लिया है. जिसके चलते 14 दिसंबर से जिले के सभी कर्मचारी अपने अपने कार्यालय के सामने तथा तहसील स्तर के कर्मचारी तहसील कार्यालय के सामने पंडाल डाल कर निषेध सभा व हडताल करेगें. बेमुद्दत हडलात के चलते जिले के सरकारी कर्मचारी वर्ग 3 15093, जिप 8598, मनपा 924, नप 739 व वर्ग- 4 सहित 25354 व अन्य कर्मचारी 16136 कुल 41490 कर्मचारी सहित राज्य के लगभग 17 लाख कर्मचारी हडताल पर जाएगे. इस आंदोलन के चलते शीत सत्र में कार्य करने वाले कर्मचारी भी हडताल में आने से विधी मंडल का कामकाज ठप्प हो सकता है.जिससे संगठन की ओर से उनकी मांगो पर जल्द निर्णय लेने की मांग पत्रवार्ता के दौरान की है. इस समय समन्वय समिती निमंत्रक डी एस पवार, अध्यक्ष एचबी घोम, वर्षा पागोटे, एस डब्लू शिर्के, दिलीप मेश्राम सहित समन्वय समिती के अन्य सदस्य उपस्थित थे.