अमरावतीमहाराष्ट्र

निर्वाचन विभाग का 42 घंटे ‘जागते रहो’

जिलाधीश, एसडीओ व तहसीलदार भी लगे रहे काम पर

अमरावती/दि.29– लोकसभा चुनाव हेतु गुरुवार को मतदान पथक रवाना होने के बाद से लेकर मतदान की प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत ईवीएम मशिनों को स्ट्राँग रुम में सील करने तक आरओ, एआरओ व तहसीलदार सहित 150 अधिकारियों व कर्मचारियों का स्टाफ लगातार काम पर लगा हुआ था और इन सभी के लिए 42 से 45 घंटे जागते रहो वाले रहे.

उल्लेखनीय है कि, लोकतांत्रिक व्यवस्था में मतदान का सबसे अधिक महत्व होता है. क्योंकि आम जनता द्वारा अपने वोट के जरिए अपनी सरकार को चुना जाता. इसके चलते निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरिके से चुनाव करवाने की जिम्मेदारी निर्वाचन विभाग पर होती है. जिसे निभाने के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा काफी पहले से तैयारी करने के साथ ही ऐन मतदानवाले दिन आंखो में तेल डालकर काम किया जाता है.

* मतदान को लेकर काम की रफ्तार बढी
मतदान के प्रतिशत सहित मताधिकार का प्रयोग करनेवाले मतदाताओं की संख्या को पूरे संसदीय क्षेत्र के अलग-अलग मतदान केंद्रो से विधानसभा क्षेत्रनिहाय संकलित करते हुए निर्वाचन आयोग को जानकारी भेजने, मतदान केंद्रो से मतदान पथको द्वारा वापिस लाई गई ईवीएम मशिनो को सुरक्षित स्ट्राँग रुम में रखवाने और पूरी प्रक्रिया निपट जाने के बाद स्ट्राँग रुम को सभी प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों के समक्ष सील लगाने तक निर्वाचन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के काम शुरु ही थे.

* शनिवार की रात 9.30 बजे स्ट्राँग रुम हुआ सील
शनिवार की सुबह एआरओ स्तर से मतदान साहित्य व ईवीएम मशिनों को ट्रको के जरिए लोकशाही भवन में लाना शुरु किया गया. जिसमें सबसे आखरी में मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र की ईवीएम मशिने व मतदान साहित्य आया. सिलिंग रिपोर्टिंग और मतदान के आंकडे फायनल होने के बाद लोकशाही भवन के स्ट्राँग रुम को सील कर दिया गया. जिसके बाद विलासनगर स्थित गोडाऊन में संवैधानिक व असंवैधानिक लखोटे सील करने के बाद निर्वाचन विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी निर्वाचन प्रक्रिया संबंधी कामो से मुक्त हो पाए.

निर्वाचन प्रक्रिया में प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी का काम लगातार चल रहा था. निर्वाचन प्रक्रिया में मतदानवाले दिन सहित मतदान साहित्य व ईवीएम मशिनों को वापिस लानेवाला दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है. उसकी वजह से निर्वाचन विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए यह 42 से 45 घंटे ‘जागते रहो’ वाले होते है और इस दौरान जिलाधीश सहित सभी उपविभागीय अधिकारी व तहसीलदार भी पूरा समय काम करते है.
– शिवाजीराव शिंदे
उपजिला निर्वाचन अधिकारी
अमरावती संसदीय क्षेत्र

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