‘स्टे’ ऑर्डर हटा, कर्मचारी भर्ती का मार्ग खुला
विद्यापीठ के कुलसचिव ने जारी किया पत्र
* संस्था चालकों व प्राचार्यों को मिली राहत
अमरावती/दि. 28– संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ अंतर्गत महाविद्यालयीन के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी पद भर्ती पर रहनेवाली स्थगिती को हटा दिया गया है. कुलसचिव डॉ. अविनाश असनारे के हस्ताक्षर से विगत 24 जनवरी को ही संस्था चालक, अध्यक्षों, सचिवों व प्राचार्यों के नाम पर पत्र भेजे गए है. जिसके चलते और संस्था चालकों द्वारा अपने स्तर पर रिक्त रहनेवाले पदों के लिए सरकार से मान्यता हासिल करने के साथ ही रिक्त पदों पर भर्ती की जा सकेगी.
विगत पांच वर्षों से महाविद्यालयों में शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी पद भर्ती पर स्थगिती रहने के चलते कोई भी पद भरा नहीं जा सका. परंतु राज्यपाल के प्रधान सचिव की ओर से 26 नवंबर 2024 को विद्यापीठ में पद भर्ती के लिहाज से प्राप्त पत्र के आधार पर अमरावती विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. अविनाश असनारे ने शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के रिक्त पदों के पर भर्ती करने की जानकारी जारी की. जिसके चलते अब महाविद्यालयों में रिक्त पदों की समस्या खत्म हो जाएगी. संगाबा अमरावती विद्यापीठ अंतर्गत रहनेवाले अमरावती, अकोला, वाशिम, यवतमाल व बुलढाणा जिलो के अनुदानित व बिना अनुदानित महाविद्यालयों के नाम यह पत्र जारी किया गया है.
* प्राचार्य पद भर्ती भी होगी
महाविद्यालयों को प्राचार्य पद भर्ती पर स्थगिती नहीं थी. अब केवल राज्य सरकार के वित्त विभाग ने वर्ष 2018 में पद भर्ती को अनुमति दी थी. जिसमें कुछ विवादास्पद पद, न्यायालयीन प्रक्रिया में अटके हुए पद व संस्थांतर्गंत वाद में रहनेवाले कुछ पद महाविद्यालय स्तर पर प्रलंबित थे. अब इन पदों पर भी भर्ती की जा सकेगी. वहीं राज्यपाल द्वारा 26 नवंबर 2024 को जारी पत्र में स्पष्ट रुप से कहा गया है कि सीधी यानी सरसकट पद भर्ती नहीं की जा सकेगी, ऐसी जानकारी उच्च व तंत्रशिक्षा विभाग की सहसंचालक डॉ. केशव तुपे द्वारा दी गई है.
* अमरावती विवि के 13 शिक्षक पदों की भर्ती पर स्थगिती
संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ में विधानसभा चुनाव से पहले 13 शिक्षक पद भर्ती को मान्यता प्रदान की गई थी. परंतु इसकी कुछ तकनीकी बातों को लेकर आक्षेप लिया गया था. जिसके चलते इन 13 शिक्षक पद भर्ती पर अब भी स्थगिती कायम है.
* महाविद्यालय में रिक्त रहनेवाले पदों के प्रस्ताव को मान्य करवाकर लाने की जिम्मेदारी संस्था चालक की होती है. शिक्षा सहसंचालक कार्यालय से लेकर राज्य सरकार के पास तक होनेवाली पूरी प्रक्रिया संबंधित शिक्षा संस्थाओं को ही करनी पडेगी.
– प्रा. डॉ. अविनाश असनारे
कुलसचिव, संगाबा अमरावती विवि.