अमरावतीमहाराष्ट्र

लालपरी के सुरक्षित सफर का स्टेअरिंग ही कमजोर

कहीं बस का टायर निकल जाता है तो कभी बस बीच रास्ते में ही बंद पडती है

अमरावती/दि.4– जिले के आठों डिपो में एसटी महामंडल की अनेक बसेस में खराबी है. कभी स्टेअरिंग जाम, तो कभी चलती बस से चक्का निकलने की घटना सामने आ रही है. इस कारण जान हथेली पर लेकर यात्रियों को सफर करना पडता है. ‘एसटी का सफर, सुखी सफर’ ऐसी अपेक्षा निरर्थक साबित हो रही है.
राज्य परिवहन महामंडल की तरफ से यात्रियों के लिए रही विविध योजना के कारण प्रतिसाद बढता जा रहा है. लेकिन बिगडी बसेस और नियोजन के अभाव के कारण पिछले कुछ दिनों में एसटी बस की दुर्घटना की घटनाओं में बढोतरी होती दिखाई दे रही है. ऐसे में अनेक बार एसटी बस का स्टेअरिंग लॉक होना अथवा जाम होने की घटना घटित हो रही है. एसटी बसों का कहीं दरवाजा टूटा हुआ तो कभी ब्रेक फेल की घटना सहित लचर अवस्था की बसेस सडकों पर दौडती रहने से यात्रियों को अनेक असुविधा का सामना करना पडता है. बस खराब रहते उन्हें फिटनेस सर्टीफिकेट कैसे दिया जाता है? ऐसा प्रश्न उपस्थित होता है. इस तरह की कबाड बसो के कारण यात्रियों की जान खतरे में डालने का सिलसिला बढता जा रहा है. दुर्घटना की घटनाओं पर नियंत्रण मिलने के लिए कबाड बसों पर उपाययोजना करना आवश्यक है.

* दुरुस्ती पर लाखो का खर्च
जिले के आठ डिपो की बस दुरुस्ती पर भारी मात्रा में खर्च किया जाता है. साथ ही बस पर पूरी तरह ध्यान दिया जाता है, ऐसा महामंडल की तरफ से कहा जाता है. वास्तविक रुप से बस सडक पर दौडते समय ऐसी घटनाएं घटित होती है.

* यात्रियों की सुरक्षा का हमेशा ध्यान
यात्रियों की सुरक्षा पर महामंडल की तरफ से हमेशा ध्यान दिया जाता है. लेकिन इस तरह की घटना न होने के लिए सभी डिपो को सूचना दी गई है. ऐसी घटना घटित होने पर संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई भी की जाती है.
– नीलेश बेलसरे, विभाग नियंत्रक.

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