फर्जी दस्तावेजों के जरिए हडपी सौतेली बहन की प्रॉपर्टी
देवलसी परिवार ने पत्रवार्ता में लगाया आरोप
* कुछ सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत रहने का जताया संदेह
अमरावती/दि.17 – अंजनगांव सुर्जी में रहने वाली शांति येसु संगई नामक महिला के हिस्से में रहने वाली संपत्ति को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनके सौतेले भाई जगदीश येसु संगई ने अपने बेटों के साथ मिलकर अपने नाम कर लिया और उन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शांति संगई की संपत्ति की खरीदी-विक्री का व्यवहार भी किया गया. इस काम में अंजनगांव सुर्जी के तहसील कार्यालय, भूमि अभिलेख विभाग व तहसील भूमि निरीक्षक कार्यालय के कुछ अधिकारियों की भी मिलीभगत रही. इस आशय का आरोप शांति संगई की नातीन अनघा देवलसी व उनके पति अमोल देवलसी द्वारा आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में लगाया गया.
इस पत्रवार्ता में देवलसी दम्पति द्वारा शांति संगई के हिस्से में रहने वाली प्रॉपर्टी के फेरफार व खरीदी दस्त से संबंधित दस्तावेजों में बडे पैमाने पर गडबडी रहने की बात कहते हुए बताया गया कि, शांति संगई के मृत्यु प्रमाणपत्र व वारसा हक पंजीयन प्रमाणपत्र को गायब करते हुए जगदीश संगई ने अपने बेटों के साथ मिलकर पूरी प्रॉपर्टी को अपने नाम कर बेच डाला. यह बात उजागर होती देख शांति संगई की प्रॉपर्टी को लेकर पॉवर ऑफ अटर्नी रहने वाली उनकी बहू स्नेहलता सुभाष संगई व नातीन अनघा अमोल देवलसी पर मामले को दबाने हेतु हिस्सा बंटवारा पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव लाया गया. जिससे व्यथित होकर स्नेहलता संगई ने अपनी बीमारी का इलाज करवाना बंद कर एक तरह से आत्महत्या कर ली. इस पूरे मामले को लेकर जिलाधीश व ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से प्रत्यक्ष मुलाकात करने के साथ ही आपले सरकार पोर्टल के जरिए सन 2020 से 2024 के दौरान कई बार शिकायतें भी की गई है. लेकिन इसका भी कोई असर नहीं हुआ है. जिसके चतले देवलसी परिवार ने मीडिया के जरिए अपने साथ हो रही जालसाजी की जानकारी जनता के समक्ष रखने का निर्णय लिया.