अमरावती/प्रतिनिधि दि.२१ – कोराना महामारी का असर बरकरार है. इसका परिणाम ट्रैवल्स व्यवसायियों को भुगतना पड़ रहा है. इक्का-दुक्का ट्रैवल्स ही अमरावती शहर से छोड़ी जा रही है. लेकिन इन ट्रैवल्स को भी यात्री नहीं मिल पा रहे हैं. कोरोना ने ट्रैवल्स व्यवसायियों की कमर तोड़ने का काम किया है. अधिकांश ट्रैवल्स के पहिए थम से गये हैं. बावजूद इसके कोरोना काल में बैंक ईएमआई और अन्य टैक्सेस भरने पड़ रहे हैं. जिससे ट्रैवल्स मालिकों को गरीबी में गीला आटा सा महसूस होने लगा है.
शहर के शिवसाई ट्रैवल्स के संचालक अश्विन लुल्ला ने बताया कि बीते वर्षभर से कोरोना महामारी ने ट्रैवल्स व्यवसायियों को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है. आज हालात यह है कि ट्रैवल्स मालिकों को अपनी ही जेब से अनेक चालकों को वेतन देना पड़ रहा है. अनेक निजी ट्रैवल्स अभी भी खड़ी नजर आ रही हैं. पहले पुणे, नासिक, शिर्डी के लिये यात्री बुकिंग कर रहे थे. लेकिन अब संचारबंदी के चलते धार्मिक स्थल, राज्य के बाहर प्रवेशबंदी के अलावा नागरिकों में कोरोना का भय अभी भी बना हुआ है. जिसके चलते ट्रैवल्स व्यवसाय लगभग बंद पड़ गया है. अमरावती से शिर्डी की बस फेर चलायी जा रही थी. लेकिन शिर्डी का सफर बंद कर दिया गया है. केवल नाशिक के लिये ही ट्रैवल्स चलायी जा रही है. अधिकांश बस फेरियां शहर के ट्रैवल्स व्यवसायियों ने बंद कर दी है. ट्रैवल्स की दरों में कोई भी बढ़ोत्तरी नहीं की गई है. लेकिन लोगों के मन में कोरोना का भय बरकरार रहने से वे सफर करने से कतरा रहे हैं.