अमरावतीमहाराष्ट्र

देशी दारू दुकान बंद करने के लिए नागरिकों का रास्ता रोको

चैतन्य कॉलनी के नागरिक हुए आक्रमक

अमरावती/दि.09– शहर के चैतन्य कॉलोनी जीवनज्योती कॉलोनी में परिसर में खुली नई देशी शराब की दुकान के विरोध में नागरिकों ने बडी संख्या में रास्ते पर उतरकर सोमवार की सुबह आजाद समाज पार्टी के नेतृत्व में बायपास रोड के मुख्य रास्ते पर चक्का जाम आंदोलन किया व देशी दारू की दुकान तुरंत बंद करने की मांग आजाद समाज पार्टी की ओर से नागरिकों ने की है.

शहर के चैतन्य कॉलोनी, जीवनज्योती कॉलोनी सहित अन्य भागों के मुख्य रास्ते पर देशी शराब की दुकान शुरु हो रही है. जिसके कारण परिसर में भय व तनाव का माहौल निर्माण हो गया है. आधे से ज्यादा दुकान तैयार भी हो चुकी है. दुकान का निर्माण होने पर परिसर में आसामाजिक तत्वों का डेरा रहेगा तथा यहां रात दिन शराबियों की भीड भी बढेगी. ऐसा नागरिकों का मानना है. एमआईडीसी मुख्य रास्ते के किनारे देशी शराब दुकान खुल रही है. जिसके कारण दुर्घटनाओं का प्रमाण भी बढने की आशंका से नकारा नहीं जा सकता. इस परिसर में रहेवासी बस्ती रहने से महिला, वरिष्ठ नागरिकों को हमेशा ही परेशानी उठानी पड सकती है तथा युवा पिढी पर नशे की लत लगने की शंका नागरिकों व्दारा जताई जा रही है.

देशी शराब दुकान मालिक ने मंत्रालय स्तर पर जाकर इस दुकान के लिए अनुमती लाने का आरोप नागरिकों की ओर से आजाद समाज पार्टी व्दारा लगाया जा रहा है. वही अगर यह दुकान तत्काल बंद करने अन्यथा अन्य स्थान पर ले जाने की मांग मंगलवार को आजाद समाज पार्टी की ओर से परिसर के नागरिकों ने बडी संख्या में रास्ते पर उतरकर रास्ता रोको आंदोलन किया. जिसके कारण आधे से ज्यादा जक्का जाम हो गया और बहुत देर तक रास्ते पर यातायात बाधित हो गया. मौके पर मौजुद पुलिस कर्मियों व्दारा मध्यस्था करने पर आंदोलन शांत हुआ. इस समय आजाद समाज पार्टी के मुख्य सचिव मनीष साठे, राष्ट्रवादी कॉग्रेस ( अजित पवार गट) अविनाश मार्डीकर, आजाद समाज पार्टी विदर्भ संघठक किरण गुडधे, सनी चव्हाण, अनिल फुलझेले, प्रवीण सरोदे, लक्ष्मण चाफणकर, नंदू चोपडे, रवी फुले, जंजिरसिंग टांक, मीना नागदेवते, पूजा दांडगे, वंदना थोरात, छाया हरणे, रवी हजारे, बाबू ढोके, संतोष यादव, संजू आठवले, संजू गडलिंग, राहुल चोपडे सहित परिसर के सैकडो नागरिक उपस्थित थे.

दुकान का शुरु काम किया बंद
संतप्त आंदोलनकारी रास्ता रोको आंदोलन करने के बाद देशी दारु दुकान के स्थान पर पहुचें. इस समय दुकान का आधा से ज्यादा काम शुरु था, आंदोलनकारियों व्दारा जोरदार नारेबाजी की गई. जिसे देख कर काम बंद कर दिया गया.

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