निजी कोचिंग क्लासेस व्दारा होने वाली पालकों की लूट रोके
शिवसेना विभाग प्रमुख सचिन ठाकरे का जिलाधिश को निवेदन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.30 – कोरोना की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार रहने की संभावना रहने वाले डेल्टा प्लस इस वेरियंट से जिले की चिंता बढ चुकी है. इस विषाणू का प्रभाव न बढेे इसके लिए जिला प्रशासन सावध कदम उठा रहा है. उसी कारण शाला महाविद्यालय बंद है. यही वजह है कि निजी कोचिंग क्लासेस की मनमानी मात्र पालकों की मजबूरी का फायदा उठाकर की जा रही है. जिससे पालकों को आर्थिक संकटों का सामना करना पड रहा है. पालकों की निजी कोचिंग क्लासेस व्दारा होने वाली आर्थिक लूट तत्काल रोकने की मांग का निवेदन शिवसेना विभाग प्रमुख सचिन ठाकरे ने जिलाधिकारी शैलेश नवाल को दिया है.
कोरोना की दूसरी लहर कमजोर होते समय तीसरी लहर के लॉकडाउन से पालक फिर आर्थिक संकट में घिरे है. इस स्थिति में पालकों के सामने गंभीर प्रश्न निर्माण हुआ है. एक ओर शाला, महाविद्यालय बंद है, लेकिन निजी कोचिंग क्लासेस को अनुमति दी गई है. इसमें कुछ विद्यार्थी पढाने के लिए ऑफलाइन व ऑनलाइन वर्ग लिये जा रहे है. अपना पाल्य शिक्षा से वंचित न रहे इसके लिए पालक निजी ट्युशन लगा रहे है. किंतु कोरोना काल में आर्थिक स्थिति से त्रस्त हुए पालकों को मात्र निजी ट्युशन की अतिरिक्त फीस भरना संभव नहीं है. शाला महाविद्यालय बंद रहने से निजी ट्युशन के शिक्षक व संचालक मनमानी करते हुए विद्यार्थियों से भारी भरकम शुल्क वसूल कर रहे थे. इसपर अंकुश लगाना जरूरी है, इस तरह की मांग का निवेदन शिवसेना विभाग प्रमुख सचिन ठाकरे ने जिलाधिकारी शैलेश नवाल को दिया है. निवेदन देते समय सागर बिजवे, प्रणव राठी, नारुभाऊ मोरे, पिंटू पाध्ये, रवि पडघन, अमन गुडधे व रतन मिश्रा आदि उपस्थित थे.