अमरावती

राजनीतिक दबाव के तहत निरपराधों को तडीपार करना बंद करो

प्रा. मुकुंद खैरे ने पत्रवार्ता में प्रशासन व पुलिस को दी चेतावनी

अमरावती प्रतिनिधि/दि.29 – इन दिनों अमरावती शहर पुलिस द्वारा राजनीतिक दबाव के तहत काम करते हुए निरपराध लोगो को तडीपार करने की कार्रवाई की जा रही है. यदि इसे तत्काल ही नहीं रोका गया तो, पुलिस एवं प्रशासन के खिलाफ तीव्र जनआंदोलन छेडा जायेगा. इस आशय की चेतावनी समाजक्रांति आघाडी के अध्यक्ष प्रा. एड. मुकुंद खैरे द्वारा दी गई है.
स्थानीय जिला मराठी पत्रकार संघ के वालकट कंपाउंड परिसर स्थित मराठी पत्रकार भवन में बुलायी गयी पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए उपरोक्त चेतावनी देने के साथ ही प्रा. मुकुंद खैरे ने कहा कि, विगत 29 नवंबर 2020 को समाजक्रांति आघाडी के स्थानीय कार्यकर्ता भारत आठवले को शहर पुलिस उपायुक्त ने विधायक रवि राणा के राजनीतिक दबाव में आकर गैरकानूनी ढंग से दो वर्ष के लिए तडीपार किया है. जबकि भारत आठवले के खिलाफ अब तक केवल एक व्यक्ति द्वारा ही शिकायत दर्ज करायी गयी है और उसके खिलाफ दर्ज सभी अपराध जमानतयोग्य रहने के साथ ही अदालत के समक्ष विचाराधीन है. साथ ही आठवले को अदालत द्वारा कभी किसी तरह की कोई सजा भी नहीं सुनाई गयी है. इसके बावजूद केवल राजनीतिक लोगोें के दबाव में आकर भारत आठवले को तडीपार किया गया है. जबकि बेहद गंभीर मामलोें में सजा प्राप्त रहनेवाले एवं अपराधिक पृष्ठभुमिवाले लोगोें को ही तडीपार किया जाता है और ऐसा इस मामले में बिल्कुल भी नहीं है. जिसके चलते उपायुक्त द्वारा लिये गये गलत फैसले के खिलाफ एड. शताब्दी खैरे द्वारा आयुक्त के समक्ष अपील भी दाखिल की गई है. यदि आयुक्त द्वारा राजनीतिक दबाव के तहत लिये गये इस तडीपारी आदेश को खारिज नहीं किया जाता है, तो फिर आयुक्त को भी हाईकोर्ट में खींचा जायेगा और गैरकानूनी तडीपारी के खिलाफ तीव्र आंदोलन छेडा जायेगा.
इस पत्रकार परिषद में समाजक्रांति आघाडी की महिला संगठिका छाया खैरे, जिला संगठक बलवंत सरदार सहित प्रा. अशोक वानखडे, अशोक इंगोले, किरण पवार, रवि फुले, भाउसाहब वाटाणे, संतोष घरड, गुड्डू इंगले, दीक्षा मोहोड, अवंतिका गवई, अर्जून वाकपांजर, बापूराव धाकडे आदि उपस्थित थे.

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