अमरावतीमहाराष्ट्र

विरुल रोंघे गांव में दो दिन से नहीं जले चूल्हे

दो सगी चचेरी बहनों की विषबाधा से मौत के चलते फैला है शोक

धामणगांव रेल्वे/दि.6– समिपस्थ विरुल रोंघे गांव में एक ही परिवार से वास्ता रखने वाली दो सगी चचेरी बहनों की विषबाधा के चलते मौत हो जाने की सनसनीखेज घटना कल शुक्रवार 5 जुलाई को घटित हुई थी. साथ ही इसी परिवार से वास्ता रखने वाले दो बच्चों के विषबाधित हो जाने के चलते उन पर अस्पताल में इलाज चल रहा है. जिसकी वजह से विरुल रोंघे गांव में जबर्दस्त शोक की लहर व्याप्त है और पिछले दो दिनों से विरुल रोंघे गांव में चूल्हे तक नहीं जले.

बता दें कि, विरुल रोंघे गांव में रहने वाले प्रवीण साव की बेटी नंदीनी साव (10) और उनके भाई राजेंद्र साव की बेटी चैताली साव (11) की गत रोज अचानक ही तबियत बिगड गई थी और दोनों बच्चियों ने दम तोड दिया था. वहीं दिव्यांशू राजेंद्र साव (3) तथा भावना प्रवीण साव (6) नामक चचेरे भाई-बहन को तबियत बिगड जाने के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिन पर अब भी अस्पताल में इलाज जारी है.

बता दें कि, नंदीनी साव गांव की ही जिप शाला में कक्षा 4 थी तथा चैताली साव माधवराव वानखडे विद्यालय में कक्षा 5 वीं की छात्रा थी. इन दोनों बच्चियों के साथ अचानक घटित हुई इस घटना के चलते पूरा विरुल रोंघे गांव व्यथित हो गया और सभी गांववासियों का जमघट साव परिवार के घर पर ही लगा रहा. जिसके चलते गांव में किसी के भी यहां चूल्हा नहीं जला. वहीं दूसरी ओर इन दोनों बच्चियों की अचानक हुई मौत के मामले की जांच करने का आदेश राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया है. साथ ही क्षेत्र के विधायक प्रताप अडसड ने यह मुद्दा विधानसभा में भी उपस्थित किया था.

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