सरपंच पद के आरक्षण को ध्यान में रखकर तय की जा रही रणनीति
चुनावी नतीजों के बाद निकलेगा सरपंच पद का आरक्षण
अमरावती/दि.24 – इस समय जिले में 553 ग्राम पंचायतों के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, तथा 15 जनवरी को मतदान व 18 जनवरी को मत मतगणना होने के बाद सरपंच पद के आरक्षण का ड्रॉ निकाला जायेगा. ऐसे में संभावित ड्रॉ और आरक्षण की अनिश्चितता को देखते हुए ग्रापं स्तर पर बनाये जानेवाले पैनल कुछ इस तरह से तय किये जा रहे है कि, ड्रॉ का परिणाम चाहे कुछ भी हो, लेकिन सरपंच पद अपने या अपने गुट के पास ही आये.
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले जब मार्च माह में ग्राम पंचायत चुनाव की घोषणा की गई थी, तो चुनाव से पहले ही सरपंच पद के आरक्षण का ड्रॉ निकाल लिया गया था, और सरपंच बनने के इच्छुकों ने अपने सरपंच पद की दावेदारी हेतु पोषक पैनल को वॉर्ड निहाय सेट किया था, लेकिन उस चुनावी प्रक्रिया को स्थगित करने के बाद अब नये सिरे से होने जा रहे चुनाव में सरपंच पद के आरक्षण का ड्रॉ चुनाव के बाद निकाले जाने की घोषणा की गई है. ऐसे में सरपंच बनने के इच्छूक प्रत्याशियों को दोबारा नये सिरे से व्यूहरचना करनी पड रही है. हालांकि इसमें भी यह तय नहीं है कि, उनके गांव का सरपंच पद किस संवर्ग हेतु आरक्षित रहेगा. ऐसे में इस बात की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि, यदि आरक्षण का ड्रॉ किसी अन्य संवर्ग के लिए निकलता है और खुद सरपंच नहीं बन पाते है, तो उस सूरत में भी सरपंच पद अपने ही पैनल के पास रहें, यह अभी से तय किया जा रहा है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायत स्तर पर नये सिरे से पैनल सेट किये जा रहे है और इसी वजह के चलते इस बार नामांकन दाखिल करने में कुछ विलंब हो रहा है.