जालना जिले में कुंभार परिवार पर हुए हमले के आरोपियों पर हो कडी कार्रवाई
संत्रे परिवार को नुकसान भरपाई देकर किया जाए पुनवर्सन
* विदर्भ कुंभार सुधार समिति ने राज्य के मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.30-एक सप्ताह पूर्व जालना जिले के हसनाबाद थाना क्षेत्र के जवखेडा खुर्द ग्राम के तुकाराम बाबूलाल संत्रे (कुंभार) परिवार पर मध्यरात्रि को जानलेवा हमला कर उनका जेसीबी की सहायता से घर जमींदोज करनेवालों को तत्काल गिरफ्तार कर कडी कार्रवाई करने और शासन की तरफ से बेघर हुए संत्रे परिवार का पुनवर्सन कर नुकसान भरपाई देने की मांग विदर्भ कुंभार सुधार समिति अमरावती ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से की है. मुख्यमंत्री के नाम समिति ने जिलाधिकारी सौरभ कटियार को ज्ञापन सौंपा है.
ज्ञापन में कहा गया है कि हसनाबाद थाना क्षेत्र के जउखेडा खुर्द ग्राम निवासी तुकाराम संत्रे (कुंभार) के परिवार पर 22 मई की रात 12.30 से 1 बजे के दौरान 7 से 8 गुंडो ने जानलेवा हमला किया. कोयता, लाठी और पाइप से मारपीट कर तुकाराम को जान से मारने की धमकी दी. पश्चात गुंडो ने जेसीबी से उसका घर जमींदोज कर दिया. तब से यह परिवार दहशत में खुले में रह रहा. उनकी रोजी रोटी का कुंभार काम भी बंद हो गया है. गुंडो ने कुंभार काम के साहित्य की भी तोडफोड कर पैसे लूट लिए. पूरा संत्रे परिवार आर्थिक परेशानी में हैं. इस कारण विदर्भ कुंभार सुधार समिति ने इस घटना को गंभीरता से लेकर पीडित परिवार को न्याय मिलने की मांग शासन से की है. समिति ने संत्रे परिवार पर हमला पूर्व नियोजित और उनकी संपत्ति को ुनुकसान पहुंचाने और उनकी जगह पर कब्जा करने की साजिश रहने की बात कही है. हमलावरों पर कडी कार्रवाई कर संत्रे परिवार का पुनर्वसन व नुकसान भरपाई करने व पुलिस सुरक्षा देकर घटना में इस्तेमाल जेसीबी जब्त करने की मांग की है. ज्ञापन सौंपने वालों में समिति के अध्यक्ष सुधाकर शेंडोकार, डॉ. श्रीराम कोल्हे, सुनील भागवत, डॉ. सुरेंद्र सरोदे, नितिन घाटोले, श्यामसुंदर कारेगांवकर, अनुष्का बेलोरकर, ज्ञानेश्वर बांगरकर, विठ्ठल कंचनपुरे, गणेश मानकर, एंड नंदेश अंबाडकर, संजय नागोने, डॉ. विजय भोजने, सतीश गावंडे, सुभाष मानेकर, नारायण खांडे, प्रभाताई भागवत, राजेंद्र मांगुलकर, सचिन गोरले, श्रीकृष्ण माहोरे, केशव मदनकर, एड. गजानन तांबटकर, एड. प्रभाकर वानखडे, ओमप्रकाश माहुलकर, सुरेंद्र सरोदे, गोपाल आजनकर, अविनाश वापकर, प्रेम कारेगांवकर, चांदराव तारे आदि का समावेश था.