अमरावती शहर में दंगे भडकाने का प्रयास करनेवालों के खिलाफ हो कडी कार्रवाई
शहर कांगे्रेस ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर उठाई मांग
अमरावती/दि.16- हाल ही में अकोला शहर में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किए जाने की वजह से दो समुदायों के बीच तनाव पैदा होने के साथ ही जातीय दंगे हुए. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई है. कई लोग बुरी तरह से घायल हुए है. साथ ही बडे पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ. जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दंगा भडकाने का काम करनेवाले लोगों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने की बात कही थी. लेकिन इसके तुरंत बाद अमरावती में रहनेवाले भाजपा के पदाधिकारी मधुसूदन उमेकर व गोपाल बर्फीलाल गुप्ता ने कर्नाटक राज्य का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए उसे अमरावती का बताया तथा अमरावती में महौल बिगाडने का प्रयास किया. ऐसे में इन दोनों लोगों के खिलाफ कडी कार्रवाई होनी चाहिए, इस आशय की मांग शहर कांग्रेस कमेटी व्दारा शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी को सौंपे गए ज्ञापन में की गई है.
इस ज्ञापन में इस बात को लेकर भी सवाल उठाया गया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर फैलाकर अमरावती में एक समुदाय को दूसरे समुदाय के खिलाफ भडकाने का प्रयास करने वाले दो लोगों को गाडगेनगर पुलिस ने केवल समझ पत्र देकर रिहा कैसे कर दिया. जबकि खुद पुलिस ने इससे पहले सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की आपत्तिजनक व भ्रामक जानकारी शेयर नहीं करने का आवाहन किया था और राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देेवेंद्र फडणवीस ने ऐसा कृत्य करने वाले लोगों के साथ सख्ती से पेश आने की बात कही थी. ऐसे में पुलिस को चाहिए कि मधुसूदन उमेकर व गोपाल गुप्ता के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई की जाए.
ज्ञापन सौंपते समय पूर्व जिला पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख, कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले व मिलिंद चिमोटे, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष भैया पवार सहित शोभा शिंदे, जयश्री वानखडे, योगिता गिरासे, रविंद्र शिंदे, नीलेश गुहे, पंकज मांडले, वैभव देशमुख व विजय खंडारे आदि कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे.