त्रिमूर्तिनगर में उत्पात मचानेवालो पर कडे कडी कार्रवाई
बौद्ध अनुयायियो ने पुलिस आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.27– त्रिमूर्तिनगर में मंगलवार 25 जून की रात 8 बजे के दौरान कुछ लोगों द्वारा पंचशील ध्वज की विटंबना कर बौद्ध समाज के उपासको से गालीगलौच कर मारपीट करने के प्रकरण में आज परिसर के नागरिको के प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को गिरफ्तार कर कडी कार्रवाई करने की मांग की है.
ज्ञापन में कहा गया है कि, त्रिमूर्तिनगर परिसर के ज्योति कालोनी में बौद्ध समाज के 20 से 30 परिवार है. यहां बौद्ध उपासक और उपासिका अपने परिवार के साथ रहती है. इसके लिए मनपा की खुली जगह पर पंचशील ध्वज खडा कर वहां धम्मवंदना, महापुरुषो की जयंती व पुण्यतिथि मनाई जाती है. यहीं पर पश्चिम दिशा में शिव मंदिर और दक्षिण दिशा में हनुमान मंदिर है. लेकिन कालोनी में रहनेवाला अमोल सावरकर 14 अप्रैल से पंचशील ध्वज का अपमान कर रहा है. हमेशा गालीगलौच कर सांप्रदायिक तनाव निर्माण करता है. जिससे बौद्ध उपासको में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है. 25 जून को कुछ महिला पंचशील ध्वज के पास वंदना कर रही थी तब अमोल सावरकर ने कुछ साथियों के साथ पथराव किया और पंचशील ध्वज निकालकर फेंक दिया. साथ ही महिलाओं के प्रतिकार करने पर उनसे मारपीट की. लेकिन माधुरी मेश्राम द्वारा समय पर पुलिस बुलाने से भारी अनर्थ टल गया. इस कारण ऐसी घटना को रोकने अमोल सावरकर पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग ज्ञापन में की गई है. ज्ञापन सौंपनेवालो में भीम बिग्रेड के राजेश वानखडे, बसपा के सुदाम बोरकर, अक्षय माटे, अमित मेश्राम, राहुल इंगले, अनिल फुलझेले, अंकूश आठवले, अजय रामटेके, सूरज खिराले, विवेक शहारे, सौरभ चव्हाण, मनोज धुलेकर, पीयूष पाटिल, प्रशिक पाटिल, अंकित मेश्राम, शैलेश काकणे आदि का समावेश था.