
* मराठा को आरक्षण का भरोसा
अमरावती/ दि. 27-मराठा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र कोंढरे आज अमरावती पधारे. उन्होंने मीडिया से बात की. कोंढरे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज सहित राष्ट्र के दिव्य पुरूषों के बारे में विवादास्पद बयान दिए जाते हैं. कुछ लोगों की फितरत होती है. जानबूझकर चर्चा में रहने वक्तव्य किए जाते हैं. इन पर अंकुश लगाने कडे कानून आवश्यक है. तत्काल कठोर कार्रवाई ऐसे लोगों पर होनी चाहिए. समाज में नाहक विद्बेष फैलाना ठीक नहीं.
मराठी पत्रकार भवन में मीडिया से बातचीत करते समय कोंढरे के साथ जिलाध्यक्ष राजेंद्र ठाकरे, सचिन शिंदे, सुधाकर टाले, विनायक पवार, कृष्णा अंधारे , बोदले पाटिल, प्रकाश देशमुख आदि भी उपस्थित थे. उन्होंने बताया कि कोई भी बात सप्रमाण की जानी चाहिए. अन्यथा विवाद और तनाव उत्पन्न होता है. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग समाज में तनाव पैदा करने ही अनर्गल या अनाप शनाप बातें कर जाते हैं. उन पर कडे एक्शन लेना जरूरी है.
आरक्षण अवश्य मिलेगा
राजेंद्र कोंढरे ने महाराष्ट्र और राष्ट्र में मराठा समाज को आरक्षण सुविधा मिलने का विश्वास जताया. हालाकि उन्होंने आरक्षण आंदोलक मनोज जरांगे के विचारों से खुद को अलग किया. उन्होंने कहा कि कुणबी को मराठा और मराठा को कुणबी नहीं बनाया जा सकता. इसी प्रकार ओबीसी में 513 जातियों से मराठा की होड रहेगी. जबकि उन्हें अलग से आरक्षण दिए जाने पर अधिक लाभ हो सकता है. राजेंद्र कोंढरे ने मराठा महासंघ की विस्तृत जानकारी युक्त पुस्तिका भी इस समय मीडिया को उपलब्ध कराई. जिसमें प्रदेश में मराठा की संख्या के आधार पर 10 प्रतिशत से अधिक विशेष आरक्षण सुविधा दिए जाने का उल्लेख किया. पुस्तिका में मराठा समाज के लिए राज्य शासन द्बारा अन्नासाहब पाटिल महामंडल की स्थापना से लेकर आरक्षण व्यवस्था के लिए की गई कानूनन लडाई का भी ब्यौरा दिया गया है.