अमरावती

निजी अस्पतालों के बिलों पर कडी नजर

छह सदस्यीय पथक गठित, हर दो दिन में जिलाधीश को सौंपी जा रही रिपोर्ट

  • सभी अस्पतालों को दर्शनीय हिस्से में सरकारी दरों का पत्रक लगाना अनिवार्य

अमरावती प्रतिनिधि/दि.५ – कोरोना से संबंधित सभी तरह की जांच और इलाज सरकार द्वारा तय की गई दरों से ही हो रहे है अथवा नहीं, इस बात की जांच करने और इस पर नजर रखने हेतु प्रशासन द्वारा छह सदस्यीय समिती गठित की गई है. जिसके द्वारा हर दो दिन में जिलाधीश को अपनी रिपोर्ट सौंपी जा रही है. इसके साथ ही कोविड अस्पताल के तौर पर सेवा देनेवाले सभी निजी अस्पतालों के दर्शनी हिस्से में सरकार की ओर से तय किये गये उपचार शुल्क का दरपत्रक लगाना अनिवार्य किया गया है. ऐसे में निजी अस्पतालों में भरती होनेवाले कोरोना संक्रमित मरीजों से अनाप-शनाप रकम का बील वसूले जाने पर काफी हद तक नियंत्रण लगता दिखाई दे रहा है. ज्ञात रहे कि, कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे कई निजी अस्पतालों द्वारा तय दरों की बजाय काफी अधिक रकम वसूल किये जाने की शिकायतें बडे पैमाने पर जिला प्रशासन को प्राप्त हो रही थी. जिस पर अंकूश लगाने हेतु विगत २८ सितंबर को जिलाधीश ने छह सदस्यीय ऑडिट पथक की नियुक्ती की है. इस पथक द्वारा सभी निजी कोविड व नॉन कोविड अस्पतालों में भरती मरीजों के चल रहे उपचार एवं उनसे वसूल जा रही रकम के बिलों पर नजर रखी जा रही है और बिलों का ऑडिट भी किया जा रहा है. जिसकी रिपोर्ट हर दो दिन में जिलाधीश नवाल के समक्ष पेश की जा रही है. वहीं ग्रामीण इलाकों के अस्पतालों में उपचार शुल्क व जांच से संबंधित बीलों के मामलों पर नजर रखने का जिम्मा उपविभागीय अधिकारियोें को सौंपा गया है. इसके अलावा मनपा क्षेत्र में स्थित निजी अस्पतालों द्वारा किसी भी मरीज से एडवांस रकम ना ली जाये. इस बात पर नजर रखने हेतु निगमायुक्त प्रशांत रोडे के निर्देशानुसार मुख्य लेखा परीक्षक आर. एम. चव्हाण के नेतृत्व में सात सदस्यीय पथक गठित किया गया है. यह पथक भी सरकार द्वारा तय की गई दरों के आधार पर सभी अस्पतालों के बिलों का ऑडिट कर रहा है.

  • इन अस्पतालों की हो रही नियमित जांच

जिले में कोविड अस्पताल के तौर पर सेवा देनेवाले अमरावती मनपा क्षेत्र के दयासागर हॉस्पिटल, बेस्ट हॉस्पिटल, डॉ. बख्तार हॉस्पिटल, झेनिथ हॉस्पिटल, पर्ल गेट लाईफ, गोडे हॉस्पिटल, जोग हॉस्पिटल, महावीर प्राईम पार्क हॉस्पिटल तथा ग्रामीण क्षेत्र में चांदूर रेल्वे के माझी माय हॉस्पिटल की नियमित तौर पर जांच व ऑडिट करते हुए जिलाधीश को हर दो दिन में रिपोर्ट भेजी जायेगी.

  • इन लोगों का है ऑडिट पथक में समावेश

पथक सदस्य                                                                मोबाईल क्रमांक

राम लंके, उपजिलाधिकारी                                           ८८८८३५२८००

नरेंद्र भटूरकर, लेखाधिकारी, कोष भवन                        ९९२१५८७८५१

डॉ. सचिन सानप, को-ऑर्डिनेटर, जन आरोग्य              ७५८८६३४४२६

डॉ. विलास घाटे, सरकारी अभियांत्रिकी                         ९४०३७२२०७४

डॉ. नितीन पडकुले, सरकारी अभियांत्रिकी                    ९४०४००२५००

डॉ. राजेश शर्मा, सरकारी अभियांत्रिकी                         ८६६८६७४९३२

मरीजों, निजी अस्पतालों व प्रशासन के बीच समन्वय बनाये रखना रूग्णसेवा के लिए बेहद आवश्यक है. सरकारी दरपत्रक इस काम में बेहद सफल साबित हो रहा है. इसका हमे काफी समाधान है. राम लंके उपजिलाधिकारी

Related Articles

Back to top button