स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता में सुधार के लिए लगातार प्रयास करें
संभागीय आयुक्त डॉ.पाण्डेय ने दिए निर्देश
* मेलघाट में स्वास्थ्य व्यवस्था का निरीक्षण
अमरावती/दि.8– गरीब और जरूरतमंद रोगियों को तत्काल उपचार प्रदान करना स्वास्थ्य प्रणाली की जिम्मेदारी है. उस संबंध में, मेलघाट के सभी अस्पतालों में आवश्यक चिकित्सा सेवाओं और सुविधाओं को बनाए रखते हुए, सेवा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करें, यह निर्देश संभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय ने निर्देश दिए. शुक्रवार को संभागीय आयुक्त ने मेलघाट का दौरा किया.
उन्होंने स्वयं सेमाडोह, हरिसाल, कुसुमकोट और मेलघाट के अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा किया और उनका निरीक्षण किया. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुभाष ढोले, महिला एवं बाल विकास अधिकारी कैलास घोडके, तहसीला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तिलोत्तमा वानखड़े, सेमाडोह प्रा. स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. गणेश पाटिल, हरिसाल प्रा. स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्नेहल निनावे सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
डॉ. पाण्डेय ने कहा कि मेलघाट के दूरदराज के इलाकों में गुणवत्तापूर्ण अखंडित स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की गई थी. इसलिए, यहां के डॉक्टरों और कर्मचारियों को मरीजों को तत्काल चिकित्सा उपचार प्राप्त करने के लिए निरंतर सेवा प्रदान करनी चाहिए. आवश्यक दवाओं, टीकों का भण्डार पर्याप्त होना चाहिए. संस्थागत प्रसव की दर बढ़ाने के लिए गर्भवती माताओं और प्रसवोत्तर माताओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रावधान किया जाना चाहिए. एम्बुलेंसों को अच्छी स्थिति में रखने के लिए उनका समय-समय पर निरीक्षण किया जाना चाहिए. अस्पताल में साफ-सफाई बनाये रखने के भी निर्देश भी संभागीय आयुक्त ने इस समय दिए. शुरुआत में संभागीय आयुक्त ने सेमाडोह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया और वहां स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने दवाओं के स्टॉक, मरीजों के लिए बिस्तरों, प्रयोगशालाओं, स्टाफ-मानवसंसाधन की उपस्थिति, ओपीडी कक्ष और मरीजों की संख्या की समीक्षा की. हरिसाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी दौरा संभागीय आयुक्त डॉ.पाण्डेय ने किया और कर्मचारियों की उपस्थिति, ओपीडी, उपलब्ध दवाओं, टीकों के स्टॉक, सांप/बिच्छू के काटने के बाद निवारक इंजेक्शन की उपलब्धता, गर्भवती माताओं, प्रसवोत्तर माताओं, प्रसूति अस्पताल, बाल देखभाल केंद्र आदि के रजिस्टरों का निरीक्षण किया. उन्होंने उपस्थित नागरिकों के साथ-साथ चिकित्सा अधिकारियों, नर्सों और कर्मचारियों की समस्याओं को भी जाना और अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के आदेश दिये.
आंगनवाडियों का निरीक्षण करने के आदेश
संभागीय आयुक्त ने मेलघाट के विभिन्न गांवों में आंगनवाड़ियों का निरीक्षण करने और तुरंत रिपोर्ट सौंपने का भी आदेश दिया. महिला एवं बाल विकास अधिकारी घोडके एवं अन्य अधिकारियों द्वारा आंगनवाडी का निरीक्षण भी किया गया. संभागीय आयुक्त ने आदिवासी विकास संस्था का दौरा किया और वहां के कार्यों की जानकारी भी ली.