कलेक्ट्रेट पर संयुक्त किसान मोर्चा का तीव्र प्रदर्शन
राष्ट्रव्यापी किसान महापंचायत के समर्थनार्थ किया आंदोलन
* जिलाधिकारी के जरिए केंद्र सरकार को भेजा ज्ञापन
अमरावती/दि. 14– देशभर के किसान और खेतिहर मजदूर संगठनाओं की किसान महापंचायत नई दिल्ली के रामलीला मैदान पर 14 मार्च को शुरु है. इसका आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा नई दिल्ली ने किया है. इसमें किसान, मजदूर, कामगारों के प्रश्न का प्रस्ताव रखा जाएगा और आगे के संघर्ष पर निर्णय लिया जाएगा. इस महापंचायत का अमरावती जिले की तरफ से समर्थन करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने तीव्र प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.
ज्ञापन में कहा गया है कि, न्यूनतम आधार भाव (एमएसपी) का कानून बनाया जाए, सभी फसलों के लिए फसल बीमा योजना शुरु की जाए, किसान-मजदूर असंगठीत कामगारों के लिए पेन्शन का केंद्रीय कानून बनाया जाए, लखीमपुर खिरी हत्याकांड के दोषी सांसद अजय मिश्र टेनी को गिरफ्तार कर अदालत में मुकदमा चलाया जाए, बिजली बील कानून 2022 पीछे लिया जाए, विशेष भूसंपादन कानून 2013 ‘जैसे थे’ पुनर्स्थापित किया जाए, चार श्रम संहिता रद्द कर पुराने कामगार कानून की पुनर्स्थापना की जाए, वनाधिकार कानून 2006 अमल में लाया जाए और सार्वजनिक वितरण व्यवस्था कायम रखने की मांग की गई है. ज्ञापन देनेवालो में अशोक सोनारकर, महादेव गारपवार, प्रा. साहेबराव विधले, सुनील घटाले, एड. चेतन परडके, प्रकाश दादा साबले, किरण गुडधे, आश्विन चौधरी, अनिल वानखडे, जे. एन. कोठारी, सुभाष पांडे, डॉ. ओमप्रकाश कुटेमाटे, श्याम शिंदे, विनोद जोशी, नीलकंठ ढोके, उमेश राहाणे आदि का समावेश था.