अमरावती

बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी है कद्दावर नेता शरद पवार

राकां प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके का प्रतिपादन

  • राकां सुप्रिमो शरद पवार के जन्मदिन पर राज्स्तरीय चेस स्पर्धा

अमरावती/दि.13 – राज्य में ही बल्कि पूरे देश की राजनीति में शरद पवार की बुद्धी कौशल का लोहा माना जाता है और वे राजनीति क्षेत्र के भिष्मपितामह है. उन्होंने पितामह की तरह ही क्रीडा सहित विविध क्षेत्रों में अपनी छाप छोडी है. राजनीति के क्षेत्र में उनके जैसा शायद ही कोई नेता होगा. शरद पवार बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी है ऐसा प्रतिपादन राकांपा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके ने व्यक्त किया. वे राकां प्रमुख शरद पवार के जन्मदिन पर आयोजित राज्यस्तरीय चेस प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे.
स्थानीय फर्शी स्टॉप राकांपा कार्यालय में राज्यस्तरीय चेस प्रतियोगिता का आयोजन राष्ट्रवादी कांग्रेस शहर व जिला चेस असो. व्दारा राकां सुप्रिमो शरद पवार के जन्मदिन पर तथा स्व. मुरलीधर देशमुख की स्मृति में किया गया था. कार्यक्रम की अध्यक्षता चेस असो. अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे ने की थी तथा उद्घाटन राकांपा संजय खोडके व्दारा किया गया.
इस समय शहर अध्यक्ष राजेंद्र महल्ले, एड. अरुण ठाकरे, प्रा. बाबा राउत, सुरेश कडू, पूर्व सभापति अविनाश मार्डिकर, पूर्व महापौर एड. किशोर शेलके उपस्थित थे. इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे ने कहा कि किसी भी खेल का प्रचार व प्रसार करने हेतु राजश्रय की आवश्यता होती है. राकांपा शहर अध्यक्ष राजेंद्र महल्ले ने चेस स्पर्धा का आयोजन कर एक तरह से खेलों को राजश्रय देने का प्रयास किया है. आनेवाले समय में इसी प्रकार के आयोजन कर खिलाडियों को मंच उपलब्ध करवाया जाएगा.
एड. प्रशांत देशपांडे ने आगे कहा कि खिलाडी हमेशा अपने प्रतिद्बन्दि के मस्तिष्क को पढने का प्रयास करता है यही सोच शरद पवार ने राजनीति क्षेत्र में बरकरार रखी है वह विरोधियों से हमेशा दो कदम आगे रहे है. उनकी स्मरण शक्ति का तोड नहीं है. जीवन में भले ही वे किसी व्यक्ति से एक बार मिले हो लेकिन दोबारा उस व्यक्ति से मिलने पर वे उस व्यक्ति का नाम और किस स्थान पर भेंट हुई थी यह बता देते है. ढलती उम्र के साथ याददाश्त कम होने लगती है किंतु राका सुप्रिमो शरद पवार के मामले में यह उल्टा है.
कार्यक्रम की प्रस्तावना राकांपा शहर अध्यक्ष राजेंद्र महल्ले ने रखते हुए कहा कि मेरा चेस खेल के साथ कोई संबंध नहीं है और ना ही मुझे इस खेल की जानकारी है. किंतु जिस प्रकार शरद पवार साहब अपने बुद्धी कौशल से हर समस्या का समाधान खोजने में हमेशा सफल रहते है उसी आदर्श को अपनाकर बच्चों को अपनी बुद्धी कौशल को बढाने का प्रयास किया जाना चाहिए.
प्रतियोगित की शुरुआत संजय खोडके व एड. प्रशांत देशपांडे ने एक राउंड खेलकर की. प्रतियोगिता में 143 स्पर्धकों ने सहभाग लिया. शाम को प्रतियोगिता का समापन पुरस्कार वितरण से किया गया. इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री वसुधा देशमुख, चांदूर रेल्वे के पूर्व नागराध्यक्ष गणेश रॉय, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ. हेमंत देशमुख आदि उपस्थित थे. चेस खेल में अर्जुन पुरस्कार प्राप्त स्वप्नील धोपाड का भी इस अवसर पर मान्यवरों के हस्ते स्मृति चिन्ह प्रदान कर सत्कार किया गया.
प्रतियोगिता में खुले गुट में शेगांव के अक्षय शेवाणकर, आदित्य निचत, प्रेम यादव ने प्रथम, द्बितिय व तृतीय स्थान प्राप्त किया. विजेताओं को 7 हजार, 5 हजार तथा 3 हजार रुपए की नगद राशि व प्रमाणपत्र प्रदान किए गए. स्पर्धा में 15 वर्ष से कम आयुवर्ग में रोशन कपूर, हार्दिक अग्रवाल, सोहम विलायतकर, 12 वर्ष से आयुुगुट में सोहम किरी, कबीर तायडे, नमन मोर व 10 वर्ष से कम आयुगुट में चिराग बैस, कृष्णा शेलके, प्रतीक तांबे ने प्रथम, द्बितीय तथा तृतीय पुरस्कार हासिल किए. सभी को नगद राशि व प्रमाणपत्र प्रदान किए गए. प्रतियोगिता में सहभागी सभी खिलाडियों को प्रोत्साहन व प्रमाणपत्र प्रदान कर उनका उत्साह बढाया गया. इस अवसर पर बडी संख्या में खिलाडी तथा राकांपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे.

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