अमरावती

आगामी खरीफ सीजन को ध्यान में रखते हुए पुख्ता योजना बनाई जाए

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी पवनीत कौर ने दिए निर्देश

* कहा-किसानों को बीज समय से उपलब्ध हो
अमरावती/दि. २७– आगामी खरीफ सीजन को ध्यान में रखते हुए जिला जिलाधिकारी पवनीत कौर ने पुख्ता योजना बनाने के निर्देश दिए, ताकि बीज, खाद, कीटनाशक आदि हर जगह उपलब्ध हो सके. जिलाधिकारी की अध्यक्षता में राजस्व भवन में बुधवार को खरीफ समीक्षा बैठक हुई, उस समय वे बोल रही थीं. इस अवसर पर जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी राहुल सातपुते, आत्मा की परियोजना निदेशक अर्चना निस्ताने, कृषि उपसंचालक अनिल खर्चान सहित अन्य उपस्थित थे. जिले में खरीफ फसल का औसत रकबा ६ लाख ८१ हजार हेक्टेयर है, सोयाबीन, कपास, तुवर प्रमुख फसलें हैं. पिछले साल ६ लाख ७४ हजार हेक्टेयर में खरीफ का बुवाई क्षेत्र था. आगामी सीजन में सोयाबीन, कपास, तुवर, मूंग, ज्वार, उदीद और मक्का जैसी फसलों के लिए ८३ हजार २४ क्विंटल बीज की जरूरत है. मुख्य फसल के लिए ६६ हजार ९३८ क्विंटल सोयाबीन, ५ हजार ८५० क्विंटल कपास और ४ हजार ७४६ क्विंटल तुवर की आवश्यकता है. धारणी और चिखलदरा तहसील में मक्का की बुवाई अधिक होती है. इसलिए मक्का के ३ हजार ६०० क्विंटल बीज की आवश्यकता होगी. समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी पवनीत कौर ने निर्देश दिया कि किसानों को बीज समय से उपलब्ध हो इसके लिए पुख्ता योजना बनाकर कार्रवाई की जाए.

संयुक्त और मिश्रित उर्वरकों का आवंटन मंजूर
यूरिया, एसएसपी, डीएपी, संयुक्त और मिश्रित उर्वरक जैसे सभी उर्वरकों के लिए १ कार्य १४ हजार ३१० मेट्रिक टन आवंटन मंजूर है. इनमें से ४५ हजार ४७ मेट्रिक टन खाद उपलब्ध है. शेष अपेक्षित उर्वरक स्टॉक समय से सभी जगह उपलब्ध हो इसके लिए सतत जायजा किया जाना चाहिए. इसी प्रकार प्रत्यक्ष उर्वरकों के प्रयोग को बढ़ाने, ड्रिप द्वारा उर्वरकों के प्रयोग तथा सूक्ष्म सिंचाई आदि के प्रयास किए जाने चाहिए. जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि तहसीलोंं में गणना के अनुसार योजना बनाकर हर माह उर्वरक आवंटन के अनुरूप आपूर्ति नियंत्रित की जाए.

अगले सीजन के लिए १४५० करोड़ का लक्ष्य
पिछले खरीफ सीजन में १४०० करोड़ रुपए इसका मकसद फसल कर्ज बांटना था. इसे १ हजार ३२७.८० करोड़ तक हासिल किया गया है. अगले सीजन के लिए १ हजार ४५० करोड़ का लक्ष्य है, और इसे प्राप्त करने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए. जरूरतमंद किसानों तक पहुंचें और उन्हें फसल कर्ज का लाभ दिलाएं. फसल बीमा के संबंध में लगभग १३ हजार ७०० किसानों को अग्रिम सूचना मिल चुकी है और वे पात्र हैं. उन्हें तत्काल बीमा का लाभ मिलना चाहिए. उन्होंने कृषि पंप बिजली कनेक्शन के साथ-साथ मुख्यमंत्री सोलर कृषि पंप के लंबित आवेदनों का निराकरण कर संबंधितों को लाभ दिलाने के भी निर्देश दिए.

२१४.७५ क्विंटल नकली सोयाबीन बीज
अनाधिकृत बीज, नकली खाद आदि पाये जाने पर गुणवत्ता नियंत्रण विभाग द्वारा कार्यवाही की जा रही है. पिछले साल सोयाबीन के ३६ लाख ७३ हजार रुपए किमत के २१४.७५ क्विंटल बीज, तथा ७ लाख ९५ हजार रुपए किमत के १६.२० मेट्रिक टन नकली खाद और ४ लीटर अनधिकृत कीटनाशक जब्त किए गए. पिछले साल कृषि इनपुट के २ हजार ३६० सैंपल लिए गए थे. इसमें १९४ कोर्टकेस पात्र नमूने पाए गए. इसी प्रकार पांच प्रकरणों में मामला दर्ज किया गया और २१ लाइसेंस रद्द किए गए है, यह जानकारी जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी सातपुते ने दी.

Related Articles

Back to top button