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तमतमाए पोटे की मनपा को कडी फटकार

मोदी चला रहे स्वच्छता अभियान, अमरावती को बना दिया गधाघाट

* ठेकेदार और निरीक्षकों को आमने-सामने किया खडा
* मनपा में साफसफाई पर भाजपा नेता हुए कठोर
अमरावती/दि.29- शहर जिला भाजपा अध्यक्ष बनने उपरांत साफसफाई के गंभीर मुद्दे पर मनपा धमके विधायक प्रवीण पोटे ने आज दोपहर स्थानीय स्वायत्त संस्था को न केवल जमकर आडे हाथ लिया, बल्कि उन्होंने ठेकेदार और प्रभाग के स्वच्छता निरीक्षकों को आमने-सामने खडे कर हो रही कोताही पर अल्टीमेटम दिया. 8 दिनों में शहर के प्रत्येक एरिया में अच्छी साफसफाई, कंटेनर खाली होने चाहिए, दवाओं का छिडकाव करने के बहुत ही स्पष्ट निर्देश पोटे पाटिल ने दिए. वे भाजपा का लावलष्कर लेकर मनपा पहुंचे. उनके साथ पार्टी के नवनियुक्त पदाधिकारी चेतन पवार, कौशिक अग्रवाल, सुनील काले, प्रणय कुलकर्णी, जयंत डेहनकर, कुसूम साहू, सुरेखा लुंगारे, संजय कटारिया, रवींद्र खांडेकर, मिलिंद बांबल, संजय नरवणे, राजेश पड्डा, सतीश करेसिया आदि अनेक वर्तमान तथा पूर्व नगरसेवक, पदाधिकारी उपस्थित थे. मनपा आयुक्त देवीदास पवार, उपायुक्त मेघना वासनकर, कर वसूली अधिकारी महेश देशमुख, लविना हर्षे, गंगा खारकर, बलदेव बजाज, आशीष अतकरे, मंगेश खोंडे, राधा कुरील, सभी प्रभागों के स्वास्थ्य निरीक्षक और अन्य अफसरान मौजूद थे.
* प्रशासन को लताड
शहर में जगह-जगह गंदगी का आलम रहने से क्षुब्ध पूर्व पालकमंत्री पोटे ने यह कहते हुए मनपा प्रशासन को फटकार लगाई कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता अभियान छेडे हुए हैं. अमरावती मनपा ने शहर को गधेघाट बनाकर रख छोडा हैं.
* सेटिंग दिखी तो परिणाम बुरे
पोटे पाटिल ने पूर्व नगरसेवकों व कार्यकर्ताओं से अपने-अपने क्षेत्र मे सफाई के अभाव के फोटो लाने कहा था. वह फोटो उन्होंने आयुक्त पवार को दिखलाए. उसी प्रकार यह शिकायतें भी मिली कि ठेकेदारों के साथ अधिकारियों की सेटिंग अर्थात मिलीभगत है. जिस वजह से प्रभागों में अपेक्षित कर्मचारी नहीं रहते. जिससे लगभग सभी एरिया में गंदगी का आलम है. इस शिकायत पर पोटे का पारा और चढ गया. उन्होंने बहुत ही स्पष्ट कहा कि सेटिंग नजर आई तो परिणाम बुरे होंगे. पहली बार पोटे ने मारपीट की भाषा की.
* 55 सफाईकर्मी होने चाहिए
प्रभाग में नियमानुसार 55 सफाईकर्मी होने चाहिए, किंतु एक भी प्रभाग में इतने सफाईकर्मी काम नहीं करने की शिकायत प्रवीण पोटे के सामने आयुक्त से की गई. तब पोटे ने बायोमेट्रीक प्रणाली अपनाने के निर्देश दिए. उनका कहना रहा कि ठेकेदारों को 55 कर्मचारी नियुक्त करने कहा जाए.
* 10 लाख का फंड
एमएलसी पोटे ने अपनी विधायक निधि से बायोमेट्रीक प्रणाली के लिए आवश्यक उपकरण खरीदने 10 लाख रुपए का फंड उपलब्ध करवाने की बात कही. उन्होंने ठेकेदार और उनके उपठेकेदार की कारगुजारी पर क्रोधमिश्रित हैरानी जताई. इस विषय को लेकर को भी उन्होंने प्रशासन को फटकारा.
* इतवारा में गंदगी
विधायक पोटे ने इतवारा बाजार के सब्जी मार्केट और अन्य भागों में हो रही गंदगी को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि वहां सब्जी का धंधा करनेवालों को भी ताकीद की जाए. ऐसे ही मंडी के सब्जी और फल मार्केट को भी निर्देश देने कहा. शहर में फैलती डेंगू, मलेरिया जैसे बीमारियों की रोकथाम के लिए सबसे पहले साफसफाई आवश्यक होने की बात पर प्रवीण पोटे ने जोर दिया. उल्लेखनीय है की पोटे आज सवेरे दस्तुनगर ऐरिया में खुद हाथ में झाडू लेकर साफसफाई करते दिखाई दिए थे.

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