ड्युएथलॉन व साइकिलिंग स्पर्धा को जोरदार प्रतिसाद
अमरावती मैराथॉन एसोसिएशन व्दारा हॉफ मैराथॉन स्पर्धा
-
15 हजार, 10 हजार व 7 हजार 500 के पुरस्कार
-
मुंबई, अकोला, नागपुर, पुणे, नाशिक और यवतमाल के स्पर्धकों ने लिया भाग
अमरावती/दि.7 – अमरावती मैराथॉन एसोसिएशन व्दारा हमेशा की तहर हाफ मैराथॉन स्पर्धा का आयोजन किया गया था. इस स्पर्धा को जबर्दस्त प्रतिसाद मिला. इस स्पर्धा में ओलम्पिक सोलो में पहला पुरस्कार अशोक वर्मा, व्दितीय शुभम भोसले, तृतीय पुरस्कार स्नेहल जोशी को मिला. इसी तरह स्प्रिंट ड्युएथलॉन सोलो का पहला पुरस्कार पियुष जाधव, व्दितीय जलपेश, तृतीय पुरस्कार संजना जोशी और 100 किलोमीटर साइकिलिंग रेस पुरुषों में पहला पुरस्कार हनुमंत चोपडे, व्दितीय सिध्दार्थ गावंडे, तृतीय पुरस्कार अश्विनी पाटील ऐसे ही 100 मिटर साइकिलिंग-2 महिला में पहला पुरस्कार नीम शुक्ला, व्दितीय वर्षा पाटील, तृतीय डॉ.सुनीता डफले ने पाया. इस स्पर्धा के अन्य विजेता ओलम्पिक ड्युएथलॉन टीम व स्प्रिंट ड्युएथलॉन टीम ने प्रथम संयुक्त विजेता शुभम झगडे, प्रतिक थेटे, सुमित बडे, प्रज्वल कोरडे, व्दितीय सचिन शहाणे, दिपक पाटील, वैशाली फुके, अर्नव फुके, तृतीय अर्नव जाधव, सुबोध जाधव, दर्शना मोहोकार, जया राठी का समावेश है. सभी विजेताओं को पुरस्कार व मेडल देकर सम्मानित किया गया.
कल रविवार को इस स्पर्धा का आयोजन यहां के जिला स्टेडियम में बडे ही उत्साह के साथ आयोजित किया गया. इस स्पर्धा में अलग-अलग स्पर्धाओं का समावेश किया गया था. जिसमें ओलम्पिक ड्युएथलॉन, स्प्रिंट ड्युएथलॉन, 100 किलोमीटर रोड साइकिलिंग रेस स्पर्धा आदि का समावेश था. इस स्पर्धा की शुरुआत में 10 किलोमीटर दौडना, इसके बाद 40 किलोमीटर साइकिलिंग. इसके बाद 5 किलोमीटर दौडना यह स्पर्धा का स्वरुप था. इसमें कुछ स्पर्धक अकेले, इसी तरह टीम व्दारा शामिल हुआ था. टीम में 2 खिलाडियों का समावेश रहता है. एक धावक और एक साइकिल खिलाडी का समावेश है. ओलम्पिक ड्युएथलॉन व स्प्रिंट ड्युएथलॉन में केवल दोैडने व साइकिल का अंतर इसमें फरक है. बाकी स्पर्धा का स्वरुप समान है. स्प्रिंट ड्युएथलॉन में शुरुआत के 5 किलोमीटर रनिंग, 20 किलोमीटर साइकिल व अंत में 2.5 किलोमीटर रनिंग ऐसा स्वरुप था. इसमें भी टीम में दोनों पुरुष, दोना महिला या एक पुरुष या एक महिला स्पर्धक शामिल हुए थे.
इस वर्ष ड्युएथलॉन के साथ 100 किलोमीटर साइकिलिंग रेस का समावेश किया गया. इस स्पर्धा की शुरुआत जिला स्टेडियम से सुबह की गई. 100 मीटर के लिए सभी स्पर्धकों को मौर्शी तक जाकर वापस लौटना था. इसमें अमरावती से मुंबई, पुणे, नागपुर, नाशिक, अकोला, यवतमाल के स्पर्धकों का समावेश था. प्रथम आने वाले तीन स्पर्धकों को अनुक्रम से 15 हजार, 10 हजार व 7 हजार 500 रुपए का पुरस्कार दिया गया. शहर की महिला का अच्छा प्रतिसाद मिला. महिलाओं ने भी इसमें बढचढकर हिस्सा लिया. इस साइकिल स्पर्धा में उचित व अचूक टाइमिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक चीप का उपयोग किया गया. हर स्पर्धकों को रनिंग टी शर्ट, फिनिशर मेडल, अल्पोहार, एनर्जी पेय दिया गया गया था. इस स्पर्धा के आयोजन के लिए दिलीप पाटील, प्रा.शुभाष गावंडे, अतुल पाटील, किशोर वाट, मुकुंद वानखडे, सतिश दवडे, नाना उदापुर, वासुदेव रोंघे, गजानन धर्माले, संजय शेलके, राजू चौधरी, ममेश माथनकर, स्पर्धा अधिकारी के रुप में शहर के शारीरिक शिक्षक व शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय के विद्यार्थियों का समावेश था.
इस स्पर्धा में अमरावती के क्रीडा व युवा सेवा उपसंचालक विजय संतान, विवांता ग्रुप के संचालक संजय हरवानी, प्रमोद राठोड, डॉ.किरण बेलसरे ने हरी झंडी दिखाकर स्पर्धा की शुरुआत की गई. विजेता स्पर्धकों को अतिरिक्त ग्रामीण पुलिस अधिक्षक शशिकांत सातव, पुलिस उपायुक्त विक्रम साली, नागपुर के राज्य वस्तु व सेवा कर सहायक आयुक्त बैजनाथ कमठेवाड, अमरावती के राज्य वस्तु व सेवा कर सहायक आयुक्त तेजराव पाचारने के हस्ते विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया गया. इस स्पर्धा डॉक्टर, अधिकारी, पुलिस अधिकारी, शिक्षक, शिक्षिका, तहसीलदार के अलावा 18 वर्ष के विद्यार्थी व महिला, पुरुषों ने भाग लिया.