स्पर्धा परीक्षा की तैयारी करने के लिए दृढ इच्छा शक्ति की जरुरत- डॉ. वैभव मस्के
अमरावती/दि.09– सभी परीक्षा के लिए अभ्यासक्रम अलग अलग होते है. केंद्र सरकार की ओर से ली जाने वाली ‘यूपीएससी’ परीक्षा का अभ्यासक्रम अधिक सर्वसमावेशक होता है. इसी लिए इसे सबसे ज्यादा महत्व की मानी जाती है. जिसके लिए विद्यार्थियों को दृढ इच्छाशक्ति की जरुरत पडती है.विद्यार्थियों को इसके लिए जिद्द, लगन के साथ पढाई करनी पडती है. इससे ही विद्यार्थियों को सफलता मिल सकती है. इस तरह के वक्तव्य प्रमुख वक्ता के रुप में डॉ. वैभव मस्के ने युपीएससी विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देने के दौरान कहें.
संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ संलग्नित भारतीय विद्या मंदिर अमरावती व्दारा संचालित भारतीय महाविद्यालय में स्पर्धा परीक्षा केंद्र के माध्यम से स्पर्धा परीक्षा विद्यार्थियों को आवाहन करते हुए इस विषय पर मार्गदर्शन किया गया.इस समय कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य ,कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रुप में डॉ. वैभव मस्के, प्रमुख उपस्थिती के तौर पर डॉ. अलका गायकवाड, डॉ.प्रशांत विघे अधिसभा सदस्य, संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ अमरावती, कार्यक्रम समन्वयक प्रा. पंडित काले मंचासीन थे.
प्रमुख वक्ता के रुप में मौजुद वैभव मस्के ने कहा की स्पर्धा परीक्षा यह बहुत ही व्यापाक व बडी संकल्पा है. जिसमें सरकारी सेवा में अनेकों स्थान, अनेकों पद समाविष्ट है. मगर इसमें राज्य सरकार व केंद्र सरकार ऐसे दोनों स्थानों पर भर्ती इस परीक्षा के व्दारा की जाती है. सरकार अपनी जरुरत अनुसार पद भरर्ती करती है और उच्च पदस्थ अधिकारियों की जो भर्ती प्रक्रिया होती है. वह एक परीक्षा के माध्यम से की जाती है. इसीलिए इसे स्पर्धा परीक्षा कही जाती है. स्पर्धा परीक्षा अंतर्गत आने वाले केंद्र सरकार की 10 प्रकार की परीक्षा होती है. जिसके रुप में राज्य सरकार की अनेक परीक्षाएं विभिन्न स्वरुप परीक्षा होती है. कार्यक्रम की अध्यक्ष प्राचार्य डॉ.आराधना वैद्य ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि विद्याथ्यार्थियों ने स्पर्धा परीक्षा के लिए लेखन, मनन, वाचन, चिंतन व मेहनत यह पंचसूत्रीय बातों पर ध्यान दिया तो यश जरुर मिलेगा. कार्यक्रम के लिए प्रा. डॉ. सुमेध आहाटे, प्रा. लाभेश साबले े,प्रा. राजेंद्र तंतरपाले शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे.