प्रतिनिधि/दि.२२
अमरावती– राज्य में दूध के भाव व अनुदान के लिए संपूर्ण राज्यभर में भारती जनता पार्टी, रैयत क्रांति संगठना, शिव संग्राम, रासपा महायुति द्वारा राज्य के जिलाधिकारी व तहसीलदारों को १ अगस्त के राज्यव्यापी आंदोलन के संदर्भ में निवेदन व मुख्यमंत्री तथा मंत्रिमंडल को गाय का दूध भिजवाया गया है. यह पवित्र दूध पीकर गाय के दूध को भाव दिए जाने की मांग की गई थी. उस संदर्भ में राज्य के पशु संवर्धन व दुग्ध विकास मंत्री सुनील केदार ने मंत्रालय में बैठक बुलाई थी. किंतु निर्णय नहीं हो सका. कारण कि कांग्रेस सरकार में निर्णय लेने का अधिकार नहीं है. किसानों का कितना अंत देखेगी यह सरकार ऐसा सवाल भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष व जिले के पूर्व पालकमंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने सरकार से किया है. किसानों की समस्या को लेकर उन्होंने कहा है कि जब तक मांगे पूर्ण नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे ने आगे कहा कि राज्य में किसानों पर दिनोंदिन संकट बढ़ रहा है. बैंक द्वारा कर्ज नाकारा जा रहा है. नकली सोयाबीन बीज के कारण दोबारा बुआई करनी पड़ रही है. राज्य में युरिया की कमी होने से युरिया की कालाबाजारी की जा रही है. कोकण के किसान अतिवृष्टि से परेशान है. राज्य सरकार की ओर से संकट की घड़ी में किसानों को किसी प्रकार की मदद नहीं मिल पायी. इस संकट की कडी में दूध के भाव भी कम हो जाने से दूध उत्पादक किसान की भी दयनीय स्थिति है. राज्य में १ करोड़ ४० लाख लीटर उत्पादित होता है. जिसमें ३५ लाख लीटर दूध सहकारी संस्था की ओर से खरीदी किया जाता है तथा ९० लाख लीटर दूध निजी डेरियों में दिया जाता है. १५ लाख लीटर दूध दूध उत्पादक किसान होटल व निजी ग्राहको को बेच देते है. शासकीय योजना द्वारा सिर्फ एक लाख लीटर दूध ही खरीदा जाता है. किसानों की इन समस्याओं को लेकर १ अगस्त को राज्यव्यापी आंदोलन किया जायेगा, ऐसी चेतावनी भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे ने दी और साथ ही यह भी कहा कि जब तक राज्य सरकार मांगे पूर्ण नहीं करती तब तक राज्य में संघर्ष जारी रहेगा.