अमरावतीमहाराष्ट्र

विद्युत प्रवाहित तार के संपर्क में आने से छात्र घायल

चिखलदरा तहसील के टेंब्रूसोंडा जिला परिषद शाला की घटना

* पालको ने शाला को ठोंका ताला
चिखलदरा/दि.13– चिखलदरा तहसील अंतर्गत आनेवाले टेंब्रूसोंडा जिला परिषद शाला के विद्यार्थी हमेशा की तरह शाला में गए तब खेलते समय शाला परिसर में रहे विद्युत प्रवाहित तार को स्पर्श होने से एक विद्यार्थी घायल हो गया. उसे तत्काल उपचार के लिए परतवाडा के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां विद्यार्थी की हालत खतरे से बाहर है. शुक्रवार 12 जुलाई को सुबह 10 बजे यह घटना घटित होने के बाद संतप्त पालको में शाला में ताला ठोंककर संबंधितो पर कार्रवाई करने की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक घटना में घायल हुए कक्षा 6 वीं के छात्र का नाम टेंब्रूसोंडा ग्राम निवासी अनिल रामदास दहीकर (12) है. अनिल शाला में समय पर पहुंचकर अपने विद्यार्थी दोस्तो के साथ शाला परिसर में खेल रहा था. बाहर की दीवार को स्पर्श करते ही उसके हाथ में अर्थींग तार आ गया और उसका हाथ जल गया. तार हाथ में आते ही वह दूर फेंका गया. तत्काल सहयोगी विद्यार्थियों ने उसे समीप के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती किया. जहां डॉ. चंदन पिंपरकर व सहयोगियों ने उपचार कर उसे अचलपुर के उपजिला अस्पताल भेजा. तब तक शिक्षक भी शाला में पहुंच गए. उन्होेंने अनिल को परतवाडा के निजी अस्पताल में भर्ती किया. घटना की जानकारी मिलते ही पालक शाला में पहुंच गए. पालको का कहना था कि, शिक्षको ने झूठी जानकारी देकर दीवार में विद्युत प्रवाह संचारित होने और अनिल घायल होने की बात कही. लेकिन प्रत्यक्ष में अनिल विद्युत तार के संपर्क में आने से वह घायल हुआ. शाला परिसर में विद्यार्थियों की सुरक्षा निमित्त से उचित उपाययोजना करना आवश्यक है. लेकिन इस ओर अनदेखी किए जाने का आरोप पालको ने करते हुए शाला को ताला ठोंक दिया. पालको का कहना है कि, जख्मी अनिल को विद्यार्थी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए. तद्पश्चात शिक्षक वहां पहुंचे. घटना की जांच की मांग पालको ने बीडीओ जीवनलाल भिलावेकर से की है.

* 12 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करें
मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए. बीईओ रामेश्वर मालवे तथा शिक्षण विस्तार अधिकारी व केंद्र प्रमुख के जरिए 12 घंटे के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जानेवाली है.

* शाला परिसर में विद्यार्थी सुरक्षित नहीं
मेरा बेटा हमेशा की तरह शाला में गया था. उसका दीवार पर हाथ लगने से करंट लगने की जानकारी दी गई. उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती किया गया. उसकी हालत अच्छी है. लेकिन उसे दीवार का नहीं बल्कि विद्युत प्रवाहित तार का करंट लगा है. विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए उचित उपाययोजना करना आवश्यक है.
– जख्मी विद्यार्थी की माता.

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