* माता-पिता के साथ भोजन पश्चात लगा ली फांसी
अमरावती/दि.14– शहर के शिक्षा जगत से भयंकर खबर मिली है. वैद्यकीय प्रवेश परीक्षा नीट में अनुत्तीर्ण रहने पर सातुर्णा परिसर में एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जिससे सभी पालकों में खलबली मची है. छात्र का नाम हार्दिक अमित लखतरिया (19) है. उसके दादा आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं. जबकि मां हर्षाली भी चिकित्सक हैं और शहर के प्रसिद्ध अस्पताल में सेवारत हैं. यह भी गौरतलब है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी ने मंगलवार रात ही नीट के नतीजे घोषित किए थे. महाराष्ट्र से उत्तीर्ण विद्यार्थियों का प्रतिशत बढ़ने के समाचार के बीच यहां एक विद्यार्थी द्वारा आत्महत्या की खबर ने सभी को हिलाकर रख दिया है.
* रात 11.30 बजे सहभोजन
जानकारी के अनुसार हार्दिक ने गत रात 11.30 बजे अपने माता-पिता और छोटे भाई भावार्थ के संग भोजन किया. फिर वह कुछ देर के लिए छत पर चला गया. टहलने के बाद अपने कमरे में गया. थोड़ी देर बाद ही माता-पिता को अपने जिगर के टुकड़े द्वारा फांसी लगा लेने का पता चला. उन्होेंने बड़ी चीख पुकार मचाई. स्वयं डॉक्टर रहने से हार्दिक की मां हर्षाली ने उसे फंदे से उतारकर नब्ज टटोली. दुबले पतले हार्दिक की सांस हमेशा के लिए रुक गई थी.
* डॉक्टर बनने का स्वप्न रहा अधूरा
हार्दिक लड़कपन में मच्छीसाथ में रहता और अपने दादा डॉ. भगवानदास लखतरिया को परिसर के लोगों का उपचार करते देखता. तब से ही उसके मन में चिकित्सक बनने का विचार शुरु था. फिर उसने शहर की प्रतिष्ठित तोमय शाला में प्राथमिक और हाइस्कूल की पढ़ाई पूर्ण की. कक्षा 10 वीं अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण करने के बाद हार्दिक ने नीट की तैयारी आरंभ कर दी थी. वह बहुत मेहनत और लगन से पढ़ाई कर रहा था. हार्दिक पढ़ाई में होशियार था. उसी प्रकार बड़ा विनम्र और मिलनसार भी था. उसकी लगन से हर किसी को उसके चिकित्सक बनने की आंस थी.
* नतीजा और निराशा
मंगलवार रात आये नतीजे से हार्दिक बुरी तरह निराश हो गया.उसने निराशा को दूर करने का बड़ा प्रयत्न किया. इसी प्रयास केतहत वह छत पर चला गया था ताकि उसका मन विचलित न हो. किन्तु इसी निराशा में उसके द्वारा आत्मघात किए जाने की आशंका परिचित और परिवार के लोग व्यक्त कर रहे हैं. लखतरिया परिवार में अमित के बड़े भाई अश्विन और भरापूरा परिवार है. सभी बिलख रहे हैं.