अमरावतीमहाराष्ट्र

हाजी अब्दुल हमीद की सेवा से गदगद हो रहे विद्यार्थी व मरिजों के परिजन

सैकड़ों विद्यार्थियों को मुफ्त में करवा रहे सहरी की व्यवस्था

अमरावती/दि.18– लगभग 30 दिनों तक चलने वाले रमजान महिने में मुस्लिम समाज का हर एक व्यक्ति रोजा रख कर अपनी इबादत के माध्यम से अपने रब को राजी करने का प्रयास करता है. ऐसे ही बहुत कम लोग होते है जो रोजादारों की पुरी तरह सेवा कर अपने रब को हर हाल में राजी कर लेते है. ऐसे ही एक शख्स है जिनका नाम है समाजसेवी हाजी अब्दुल हमीद (रोशन क्रेशर) कुर्‍हा वाले. रोशन के्रशर के संचालक हाजी हमीद व्दारा रमजान के पुरे महिने बाहर गांव से अमरावती में शिक्षा ग्रहण करने आए विद्यार्थियों को सहरी की पुरी तरह मुफ्त सेवा देकर अपने रब को राजी करने का प्रयास किया जा रहा है.
मुस्लिम समाज बंधुओ का सबसे पवित्र माह रमजान 12 मार्च से शुरू हो गया है. रमजान महिने में एक नेकी के बदले 70 नेकियों का सवाब मिलता है. हमेशा गरीब व जरुरतमंद लोगों की सहायता करने वाले रोशन स्टोन क्रेशर कुर्हा, रोशन धर्मकाटा व ट्रक टर्मिनल पार्किंग के संचालक समाजसेवी हाजी अब्दुल हमीद ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रोजदारों की सेवा के लिए मुफ्त में सहरी की व्यवस्था कर रहे है. रमजान माह के 30 दिनों तक चलने वाली मुफ्त सहरी का सैकड़ों बाहरी जिले के विद्यार्थी, मुसाफिर, अस्पताल में भर्ती मरीज व उनके रिश्तेदार लाभ ले रहे है. इसी तरह बाहरगांव के विद्यार्थी, मरीज व उनके रिश्तेदारों के लिए अस्पताल व होस्टल तक मुफ्त में भोजन के पार्सल की सुविधा भी उपलब्ध है. हाजी अब्दुल हमीद व उनके पुत्र मोहम्मद जुनेद के माध्यम से रोजाना 200 से 230 विद्यार्थियों को मुफ्त में सहरी के भोजन की व्यवस्था की जा रही है.

समाजसेवी हाजी अब्दुल हमीद की पहल
हाजी अब्दुल हमीद ने कुछ वर्षो पूर्व देखा कि कई विद्यार्थी जो बाहर गांव से आते है. रमजान के महिने में रोजा रखने व सहरी करने के लिए इधर उधर भटकते रहते थे. उनके मन में यह बात खटक गई और उन्होनें तभी से बाहरी विद्यार्थियों के साथ सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरिजों व उनके परिजनों के लिए रमजान में रोजा रखने हेतु सहरी की व्यवस्था की.

नमाज की व्यवस्था सुविधाएं
इसी तरह हाजी अब्दुल हमीद व्दारा वलगांव रोड ट्रान्सपोर्ट नगर ट्रक ट्रमिनल के पाकिर्ंग के पास एक मस्जिद का निर्माण किया गया. जिसमें जरुरतमंद लोगों के लिए नमाज पढ़ने की व्यवस्था की गई है. जहां नमाज पढ़ाने के लिए दो मौलवियों (मौलाना) को नियुक्त किया गया है.

इंसानी खिदमत के लिए कार्य
यह इंसानी खिदमत के लिए कार्य किया जा रहा है. गरीब, जरुरतमंद व बाहरी जिलों के विद्यार्थियों को निशुल्क पार्सल व्यवस्था के लिए संपर्क करने का आह्वान हाजी अ. हमीद ने किया है.

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