टाकरखेडा/ दि. 16- छात्रावस्था में वार्षिक स्नेह सम्मेलन का विशेष महत्व रहता है. छात्रों के कलागुणों को अवसर मिलकर उनका मानसिक, बौध्दिक व शारीरिक विकास इससे होता है. आज के छात्र देश का उज्वल भविष्य है. कलागुणों को अवसर मिलने से छात्र हर दृष्टि से सक्षम होंगे और तभी वे समाज व देश का आधार स्तंभ बनेंगे. छात्रों को सही मार्गदर्शन व संस्कार देकर अच्छा नागरिक बनाना शिक्षकों का कर्तव्य है. ऐसा प्रतिपादन पूर्व राज्यमंत्री तथा विधायक प्रवीण पोटे ने किया. वह स्थानीय श्रीराम शिक्षा संस्था द्बारा आयोजित स्नेह सम्मेलन कार्यक्रम में बतौर उद्घाटक के रूप में बोल रहे थे.
प्रमुख अतिथि के रूप में श्रीराम शिक्षा संस्था की अध्यक्ष डॉ. नीलांबरी देशमुख, उपाध्यक्ष विशाल देशमुख, सचिव स्वाती वानखडे, सदस्य इंदू देशमुख, प्रदीप देशमुख, प्राचार्य शारदा गायबोले, सरपंच रश्मि देशमुख, साउर के सरपंच दिलीप चव्हाण, जलका की सरपंच छाया देशमुख, पौर्णिमा सवाई, डॉ. मोबिन डॉ. रामदास रहाटे, मुख्याध्यापक प्रवीण पाटिल, पत्रकार संघ के तहसील अध्यक्ष संतोष शेंडे, मोहन देशमुख, राजेश वाघ, नीलेश जामठे, धनराज चक्रे उपस्थित थे. अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. नीलांबरी देशमुख ने कहा कि स्नेह सम्मेलन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण रहता है. कलागुणों को अवसर मिलने के साथ-साथ वह उन्हें समृध्द बनाता है. प्रस्तावना में प्राचार्य शारदा गायगोले ने कहा कि स्नेह सम्मेलन सिर्फ नाट्य नृत्य का प्रदर्शन न रहकर वह विचारों का सम्मेलन बने. संचालन नरेन्द्र सांगोले ने तथा आभार सविता देवांग ने माना. इस अवसर पर शैलेश डहाके, रीता धनिया, सुनील प्रांजले, संतोष देशमुख, नीता प्रांजले, संगीता शेंडे, अतुल भुरडे, श्याम देशमुख सभी शिक्षक- शिक्षकाएं छात्र व उनके अभिभावक बडी संख्या में उपस्थित थे.