अमरावतीमहाराष्ट्र

शिक्षकों के कारण विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल

मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष जोशी ने कहा

नांदगांव पेठ में अमरावती विभागीय शाला पूर्व अभियान सम्मेलन
अमरावती/दि.01– महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षण परिषद मुंबई, राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद पुणे , जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था अमरावती व शिक्षणाधिकारी कार्यालय अमरावती के संयुक्त तत्वधान में 30 अप्रैल को जिला परिषद हाईस्कूल नांदगांव पेठ के प्रांगण में अमरावती विभागीय शाला पूर्व तैयारी सम्मेलन का आयोजन किया गया. अमरावती विभाग के शिक्षण उपसंचालक डॉ. शिवलिंग पटवे की अध्यक्षता में लिए गए कार्यक्रम का उद्घाटन अकोला जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.वैष्णवी (भा.प्र.से.) के हाथों किया गया. इस समय विशेष अतिथी के रुप में जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोषकुमार जोशी, प्रमुख अतिथी के रुप में प्रादेशिक विद्या प्राधिकरण अमरावती के प्राचार्य मिलिंद कुबडे, जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था अकोला के प्राचार्य रत्नमाला खडके, यवतमाल डायट के प्राचार्य डॉ.प्रशांत गावंडे, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी (महिला व बालकल्याण) डॉ. कैलास घोडके, जिला परिषद अमरावती के प्राथमिक शिक्षणाधिकारी बुद्धभूषण सोनोने, अकोला के प्राथमिक शिक्षणाधिकारी रतनसिंह पवार, शिक्षणाधिकारी (योजना) निखिल मानकर, वरिष्ठ अधिव्याखाता प्रेमला खरटमोल, उपशिक्षणाधिकारी गजला खान, अमरावती पंचायत समिती के गटशिक्षणाधिकारी धनंजय वानखडे, नांदगाव खंडेश्वर की प्रमिला शेंडे, आई. ए.एस अकादमी संचालक नरेशचंद्र काठोले, बालविकास प्रकल्प अधिकारी दुर्गे, मंगेश गवई वाशीम आदि उपस्थिती थे.

विशेष अतिथी मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष जोशी ने बच्चों के विकास यह अच्छे संस्कार के कारण होता है और जिला परिषद शाला यह विद्यार्थियों पर अच्छे संस्कार करने का केंद्र है. शिक्षकों के कारण विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल होता है. दौड-भाग के जीवन में शिक्षकों को स्वय भी फिट रहकर विद्यार्थियों के भविष्य को बनाने के आवाहन उन्होनें उपस्थितों से किया. अध्यक्षीय भाषण में शिक्षण उपसंचालक डॉ. शिवलिंग पटवे ने विद्यार्थी विकास के लिए शालापूर्व तैयारी सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. सभी के सहकार्य से व समन्वय से कोई भी कार्य को सफल होता है. मुख्यमंत्री मेरी शाला सुंदर शाला इस उपक्रम से अमरावती विभाग राज्य में पहले नंबर पर है. इस तरह का उदाहरण पटवे ने दिया.

इस विभागीय शाला पूर्व तैयारी सम्मेलन में नांदगांव पेठ केंद्र में उपस्थित प्रवेशित(दाखिला प्राप्त ) विद्यार्थियों को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया. इसी तरह कुंकू की थाली पर पहला कदम का निशान लिया गया. इस सम्मेलन में मराठी व उर्दू माध्यम की शाला पूर्व तैयारी अंतर्गत 21 स्टॉल लगाए गए थे. इस समय विद्यार्थियों का पंजीयन कर शारीरिक विकास, बौध्दीक विकास, सामाजिक व भावनिक विकास, भाषा विकास व गणनपूर्व तैयारी ऐसे विभिन्न कौशल्य की जांच की गई. इसी तरह विद्यार्थियों के लिए हाथी के चित्र की सहायता से सेल्फी पॉइंट लगाए गए थे. इस समय परिसर में प्रवेश पात्र विद्यार्थी, पालक, मुख्याध्यापक, शिक्षक, आंगणवाडी सेविका व शिक्षण क्षेत्र के अन्य मान्यवर बडी संख्या में उपस्थित थे.

कार्यक्रम का प्रास्ताविक अधिव्याख्याता दीपक चांदुरे, संचालन विषय साधनव्यक्ती वैशाली वर्‍हाडे ने किया व आभार अमरावती पंचायत समिती गट शिक्षणाधिकारी धनंजय वानखडे ने माना. कार्यक्रम की सफलता के लिए वरिष्ठ अधिव्याखाता पवन मानकर, विजय शिंदे, अधिव्याखाता डॉ.राम सोनारे, डॉ.विकास गावंडे, केंद्र प्रमुख इकबाल पटेल, दिलीप आठवले, विषय साधनव्यक्ती ममता गुर्जर, नलिनी गोरे, कविता उघडे, छाया मिरासे, अलका लुंगे, अश्विनी पोकले, उमेश उदापुरे, नाईटेकर, सुवार्ता इंगले, राऊत, डॉ.प्रवीण राऊत, गोपाल ढवली, सुवार्ता इंगले, नांदूरकर, प्रथम संस्था विभागीय प्रमुख सुनील इंगले, वैभव निर्मल, मंगेश ढगे, शुभम देशमुख, सपना चोरे आदि ने परिश्रम किया. यह जानकारी प्रसिध्दी समिती के राजेश सावरकर, विनायक लकडे, श्रीनाथ वानखडे व सचिन वावरकर ने दी

विद्यार्थी विकास का केंद्र
शाला यह विद्यार्थी विकास केंद्र है. शाला प्रवेश के लिए शाला पूर्व तैयारी सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. ऐसे सम्मेलन यानी बच्चों के बचपन का उत्साह का उपक्रम होता है.
बी.वैष्णवी (भा.प्र.से.)
अकोला जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी

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