रोबोटिक्स शिविर में विद्यार्थियों को मिली नई दिशा
मणिबाई गुजराती हाईस्कूल में आयोजित शिविर में विद्यार्थियों ने लिया प्रशिक्षण
* 6 वीं से 8 वीं के विद्यार्थियों ने दिया प्रेजेंटेशन
अमरावती/दि.15– विद्यार्थियों को उचित प्लैटफॉर्म मिला तो प्रतिभा को दिशा मिलना और उस आधार पर सफलता की तरफ बढना निश्चित रहता है. ऐसी ही प्रतिभा को उजागर करने का कार्य मणिबाई गुजराती हाईस्कूल की ओर से किया गया. विद्यार्थियों की विज्ञान में रुची बढाने और उनके भीतर छिपे कलागुणो को उजागर करने के मकसद से मणिबाई गुजराती हाईस्कूल, अमरावती मैनेजमेंट एसोसिएशन तथा एनडीबी इलेक्ट्रोसॉफ्ट प्रा. लि. के संयुक्त तत्वावधान में 2 मई से 11 दिवसीय रोबोटिक्स शिविर का आयोजन किया गया था. इस शिविर में विद्यार्थियों ने विविध तरह के रोबोट बनाने का प्रशिक्षण लिया. जिसका मंगलवार 14 मई को समापन हुआ. शिविर में 76 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था.
मणिबाई गुजराती हाईस्कूल के ऑडिटोरीयम हॉल में चले इस 11 दिवसीय शिविर में एमडीबी की तरफ से रोबोट निर्माण के लिए संपूर्ण संसाधनो की उपलब्धता कराई गई थी. शिविर में प्रशिक्षण के बाद विद्यार्थियों द्वारा निर्मित रोबोट देखते ही बनते थे. होनहार विद्यार्थियों की कोमल बुद्धी ने जो रोबोट प्रस्तुत किए उसे देखकर सभी आश्चर्यचकित हो गए. तीन ग्रुप में लगभग 16 स्टॉल पर विद्यार्थियों अपनी प्रतिभा के दम पर रोबोट का निर्माण कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया. हालांकि सभी विद्यार्थियों का कंट्रोल प्रोसेसर एक ही तरह का था. लेकिन पॉवरफुल सेंसर तथा प्रोग्रामिंग की मदद से बच्चों ने विविध तरह के कार्य करनेवाले रोबोट प्रस्तुत कर सभी को आकर्षित किया. रोबोट कैसे कार्य करता है, उसे कैसे इस्तेमाल किया जाता है, उसकी प्रोग्रामिंग कैसे की जाती है, उसी के आधार पर रोबोट कैसे कार्य करता है, उसकी दिशा कैसे तय की जाती है, रोबोट से कैसे कार्य करवाया जाता है आदि बातों को विद्यार्थियों के मुंह से सुनकर सभी ने इस कार्य की प्रशंसा की. विद्यार्थियों द्वारा इन रोबोट का निर्माण करने के बाद यह भी बताया गया कि, रोबोट घर में, सेना के जवानो के लिए, अस्पताल में मरीजो के लिए और टनल में कैसे कार्य करता है और उस कार्य के लिए कैसे सक्षम बनाया जाता है. इस शिविर में 6 वीं से 8 वीं के विद्यार्थियों ने सहभाग लिया. समापन अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. मणिबाई गुजराती हाईस्कूल के सचिव परेश राजा, प्राचार्य अंजली देव, प्रा. हितेश मेहता तथा मणिबाई गुजराती हाईस्कूल के सहयोगी शिक्षको के अथक प्रयास से शाला में यह आयोजन सफल हुआ. इस अवसर पर एएमए अध्यक्ष सीए मयुर झंवर, सचिव करण वर्मा, कोषाध्यक्ष अनुराग केला, मंगेश भारती, अक्षय केवले, अभिषेक मोडक, स्नेहल भारती, हर्षदीप ठाकरे, एनडीबी इलेक्ट्रोसॉफ्ट की साक्षी भारती प्रमुख रुप से उपस्थित थे. शिविर में मणिबाई गुजराती हाईस्कूल, पोद्दार स्कूल, एडीफाई स्कूल, तोमय तथा कुछ पुणे से आए विद्यार्थियों ने भाग लिया. इस अवसर पर सभी सफल विद्यार्थियों को संस्था की ओर से प्रमाणपत्र तथा रोबोट के क्षेत्र में निर्माण होनेवाली एक बुकलेट प्रदान की गई.
11 दिवसीय इस रोबोटिक्स कैम्प में शिवनाथ खंडेलवाल, सक्षम पांडे, विराज सुने, ध्रुव वेद, स्वराज सुने, ऋषि पांडे, रुद्र कडू, परी चढार, कंदर्प गोवारे, चैतन्य चौधरी, अभिजीत ढोले, सार्थक उपलकर, नयन गजभिये, अजिंक्य बडसे, श्रवण कोंडे, श्रीओम देशमुख, ओम कंवारे, वंश पितलिया, आरुषी तायडे, प्रथमेश खंडारे, रणवीर मोहोड, हितेश सामरा, इशान ढोकणे, वरुन निचत, निनाद आसोड, आसेही आसूड, पीयूष हनुमते, कपिश वरघट, कुणाल धांडे, पलक पितलिया, नम्रता गुप्ता, चंचल गौर, देवेश अग्रवाल, मेहुल मिश्रा, ओम कराले, सैयद तमीम, अदनान पठान, मनीत बघेरिया, तोषित सारडा, नियती खवले, मनस्वी उमाले, निखिल मोहता, मानव अग्रवाल, मित झंवर, सिया जाजू, पूजन उपरकर, दुष्यंत इंगले, याशिका झंवर, ध्रुव जयसिंघानी, समर्थ चौक, रिया राठी, अमोल डोंगरे, पार्थ दारा, ध्रिती दारा, रचित झंवर, सोहम माने, राजा पाटिल, श्रीजी जालान, यशश्री सोनसले, अंशूमन बोरकर, आयुष गाडबैल, अर्नव थावरे, प्रद्युम्न मोहोड, सोहन ठोसर, प्रद्युम्य देशमुख, निशांत घयाल, सोहम गोरडे, मित साबू, श्रृत सोरसकर, अथर्व पाटनकर आदि विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम का संचालन करण वर्मा ने किया.
* वैज्ञानिक दृष्टिकोन होता है मजबूत
ऐसे आयोजन समय की मांग है. ग्रीष्मकालीन अवकाश में विद्यार्थी मोबाईल, टीवी देखने के अलावा मौजमस्ती में व्यस्त रहते है. मणिबाई गुजराती हाईस्कूल के सहयोग से संपन्न हुए ऐसे आयोजन की वर्तमान में आवश्यकता है. इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों का नजरियां वैज्ञानिक दृष्टिकोन से मजबूत होता है.
– सीए मयुर झंवर
एएमए अध्यक्ष
* हम टीम को पछाड सकते है
मणिबाई गुजराती हाईस्कूल का प्रत्येक विद्यार्थी प्रतिभा का धनी है. शाला की सोच, शिक्षको की कार्यशैली और मैनेजमेंट का नजरिया ऐसे आयोजन से हम देख सकते है. इस तरह का आयोजन प्रशंसनीय है और यह भी कहा जा सकता है कि, हम टेक्नोलॉजी के इस दौर में टीम को पछाड सकते है.
– प्राची कुंदन गुप्ता
अभिभावक
* ऐसे आयोजन आत्मविश्वास बढाता है
हमारी ओर से बच्चों के लिए एक छोटासा प्रयास था. जो आने वाले समय के अच्छे संकेत दे रहा है. हालांकि वैज्ञानिक बनने के लिए साइंस फैकल्टी से पढना जरूरी नहीं है. इस तरह के आयोजन से बच्चों में वैज्ञानिक नजरिया बनता है और प्रतिभावान बनने के लिए आत्मविश्वास बढाने में सहयोग प्रदान करता है. मणिबाई गुजराती हाईस्कूल के हम आभारी है.
– मंगेश भारती, संचालक, एमडीबी इलेक्ट्रोसॉफ्ट प्रा.लि., अमरावती.