अमरावती

मनपा क्षेत्र में विद्यार्थियों को छहों दिन खिचड़ी ही!

शासन द्वारा ठहराये गए मेन्यु का उल्लंघन

* प्रति विद्यार्थीनुसार अनाज के वजन भी हुआ कम
अमरावती/दि.16- महानगरपालिका क्षेत्र की सरकारी व निजी अनुदानित शालाओं में विद्यार्थियों को दिये जाने वाले पोषण आहार के मेन्यु का उल्लंघन किये जाने के साथ ही छहों दिन विद्यार्थियों को भोजन में सिर्फ खिचड़ी की दिये जाने का धक्कादायक प्रकार सामने आया है.
शालेय पोषण आहार योजना अंतर्गत कक्षा पहली से आठवी तक के विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन दिया जाता है. पहले यह आहार शालास्तर पर ही बचत गुटों के माध्यम से दिया जाता था. लेकिन राज्य शासन के आदेशानुसार गत तीन वर्षों से केंद्रीय स्वयंपाकगृह प्रणाली द्वारा पोषण आहार शहरी शालाओं को दिया जा रहा है. इसके अंतर्गत मनपा क्षेत्र के 6 झोन निश्चित किये जाने के साथ ही छहों झोन के लिए स्वतंत्र 6 आपूर्तिदारों को पोषण आहार भेजने का ठेका दिया गया है. मनपा क्षेत्र में कुल 202 निजी व सरकारी शालाएं होकर इन शालाओं को संबंधित 6 आपूर्तिदारों ने विभाजित की है. इस सभी आपूर्तिदारों से शासन के मेन्यु के अनुसार करार भी हुआ है. जिसके अनुसार 6 दिनों का आहार नियमानुसार अलग-अलग मेन्यु व साथ में पूरक आहार होने पर भी आपर्तिदार मात्र विद्यार्थियों को केवल खिचड़ी ही दे रहे हैं. इसमें कभी चना तो कभी मोट इतना ही बदल किया जाता है. कुछ पैमाने पर पूरक आहार दिया जाता है. कक्षा पांचवी तक के प्रत्येक विद्यार्थी की भूख को ध्यान में रखते हुए पकाये गए चावल का वजन साधारणतः 400 ग्राम होना आवश्यक होकर इसी हिसाब से अन्य अन्न पदार्थों का वजन निश्चित किया गया है. लेकिन प्रत्यक्ष में विद्यार्थियों को दिये जाने वाले भोजन का वजन भी कम होने की बात कुछ शिक्षकों ने बताई. बावजूद इसके गत 29 जून को शाला शुरु होने के पहले दिन से ही विद्यार्थियों के भोजन का समय व शाला में आहार देने के समय में भी तफावत होकर इसके कारण विद्यार्थियों सहित शिक्षकों की भी कसरत हो रही है. परिणामस्वरुप प्रशासन को इस बारे में शिकायतें प्राप्त हुई है.

इस तरह है मेन्यू
सोमवार – मूंगदाल की बघारी दाल व चावल
मंगलवार – मोट उसल व चावल
बुधवार – चना उसल व चावल +(पूरक आहार)
गुरुवार – मूंगदाल की बघारी दाल व चावल
शुक्रवार – मोट उसल व चावल
शनिवार – चना उसल व चावल

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