* डिपो मैनेजर के आश्वासन पर आंदोलन पीछे लिया
चांदूर रेलवे/ दि. 29- एसटी बस की पास निकालने के बाद भी स्कूल तक पहुंचाने के लिए नियमित बस नहीं आती. उन्हें घुमकर स्कूल पहुंचने में देरी होती है. रोजाना की परेशानी से तंग आकर तहसील के सातेफल के विद्यार्थी खुद गांव में इकट्ठा हुए. चांदूर डिपो की बस अडाकर चक्काजाम आंदोलन शुरु किया. नियमित बस देने के बाद ही यहां से बस को हिलने देंगे, ऐसी भूमिका अपनाते हुए 2 घंटे तक विद्यार्थियों ने चक्काजाम किया. डिपो मैनेजर पवन देशमुख के आश्वासन के बाद विद्यार्थियों ने अपना आंदोलन पीछे लिया.
चांदूर रेलवे तहसील के सातेफल में रहने वाले विद्यार्थियों ने शहर में स्कूल आने के लिए एसटी बस की पासेस निकाली. इसमें कक्षा 5 वीं से स्नातक तक पढने वाले सभी विद्यार्थियों का समावेश है. इसमें छात्राओं की संख्या अधिक है. परंतु पासेस निकालने के बाद भी गांव में नियमित बस नहीं आती, आयी तो वक्त पर नहीं पहुंचती, अन्य गांवों से होकर आने के कारण बस में काफी भीड होती है, इन सभी बातों से परेशान होकर गांव के विद्यार्थियों ने आज सुबह 10 बजे पहुंची बस को ही रोक लिया. सभी विद्यार्थी बस के सामने खडे हो गए. जिसके कारण चालक बस आगे नहीं निकाल पाया. डिपो मैनेर को बुलाओ, इसके बाद ही बस आगे छोडेंगे, ऐसी भूमिका विद्यार्थियों ने अपनाई ताकि डिपो मैनेजर के आने और आश्वासन देने के बाद करीब दो से ढाई घंटे पश्चात विद्यार्थियों ने चक्काजाम आंदोलन पीछे लिया.
बसेस का मेंटनन्स श्ाुरु है
चांदूर रेलवे डिपो में 33 बसेस कार्यरत है. बससे का मेंटनन्स शुरु है. संपूर्ण जानकारी जिला स्तर पर दी गई है. वरिष्ठों के आदेशानुसार काम किया जाएगा.
– पवन देशमुख, डिपो मैनेजर, चांदूर रेलवे
बस की समस्या से परेशान
घुईखेड से पहले ही बस खचाखच भरकर आती है. यहां हम 50 से 60 विद्यार्थी इंतजार करते रहते है, मगर बस न रुकते हुए सातेफल से निकल जाती है. अगर बस रुकती है, तो इतने विद्यार्थी केैसे बैठेंगे, ऐसी समस्या निर्माण हुई है.
– आचल गलोले, छात्रा, सातेफल