* खाटिक समाज के प्राविण्य प्राप्त विद्यार्थियों का सत्कार
अमरावती/ दि. 6- 10 वीं व 12 वीं के पश्चात अनेक विद्यार्थियों का वैद्यकीय व अभियांत्रिकी क्षेत्रों में कॅरियर बनाने का प्रयास रहता है. विद्यार्थी इस संदर्भ में योग्य दिशा में प्रयास करे और जो क्षेत्र विद्यार्थियों ने चुना है. उस क्षेत्र में समर्पित भावना से काम करे, ऐसा आवाहन जामनेर के तहसीलदार संदीप माकोडे ने विद्यार्थियों से किया. वे विदर्भ खाटिक समाजसेवा समिति द्बारा रूख्मिणी नगर स्थित सुयोग मंगल कार्यालय में आयोजित खाटिक समाज के 10 वीं 12 वीं के प्राविण्य प्राप्त विद्यार्थियों के सत्कार समारोह में बोल रहे थे.
सत्कार समारोह की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष दीपकराव घन ने की तथा प्रमुख अतिथि के तौर पर आयएएस अकादमी नई दिल्ली के प्रशिक्षक प्रशांत भाग्यवंत, मिशन आयएएस अकादमी के संचालक नरेशचंद्र काठोले, प्रा. पल्लवी काठोडे, समिति के उपाध्यक्ष लक्ष्मणराव कराले, कोषाध्यक्ष के. के. माकोडे मंच पर उपस्थित थे. तहसीलदार माकोडे ने उपस्थित विद्यार्थियों ने आगे कहा कि मोबाइल विद्यार्थियों की शैक्षणिक जीवन में रोडा है. इसका सदुपयोग करे व अपना लक्ष्य निर्धारित करे. पैसा यह साधन साध्य नहीं है. अपने माता-पिता पर विश्वास रखे और स्वयं निर्णय ले.
प्रशांत भाग्यवंत ने विद्यार्थियों से कहा कि प्राविण्य प्राप्त विद्यार्थी आयआयटी, आयआयएम शाखा के विद्यार्थियों से संपर्क बढाए. पालक भी विद्यार्थियों को सहकार करे और प्रोत्साहन दे. वहीं नरेशचंद्र काठोडे ने विद्यार्थियों को अनेको उदाहरण देकर उनके मन की शंकाए दूर की और उनका उत्साह बढाया. प्रा. पल्लवी काठोले ने भी मार्गदर्शन किया. आयएएस, आयपीएस के साथ समाज को डॉक्टर , वकील, इजीनियर सहित अलग अलग क्षेत्रों में विशेषज्ञों की आवश्यकता है. सभी विद्यार्थी अपनी क्षमता को पहचान कर योग्य क्षेत्र का चयन करे, ऐसा अपने अध्यक्षीय भाषण में दीपकराव घन ने कहा.
इस अवसर पर महिला व बाल कल्याण से सेवानिवृत्त सुधीर लसनकर, भाजपा मागासवर्गीय से प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पद पर चयन किए जाने पर श्रीराम नेहर व दिल्ली से आयी प्रजापित ब्रम्हकुमारी समूह की अमृता मदने का सत्कार किया गया. कार्यक्रम का संचालन गोपाल हरणे ने किया और प्रास्ताविक व आभार प्रदर्शन भीमराव माकोडे ने किया. कार्यक्रम में देवराव कुर्हेकर, राजाभाउ लोयटे, देविदास माहुरे, विजय हिवरकर, सुरेश वानखडे, मनोहर सदाफले, बालाभाउ हरणे, सुरेश रावेकर, रमेश माकोडे, विश्वेश्वर विरूलकर, विठ्ठल मदने, चंद्रकांत डोईफोडे, श्रीकृष्ण नेहर, राजकुमार दुर्गे, निर्मला माकोडे, शोभा नेहर, शुभांगी हरणे, रोहिणी विरूलकर, साधना माहुरकर, मीना विल्लेकर, शकुंतला खंडारे उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने विठ्ठल मदने, नंदिनी विरूलकर, पूनम वाकोडे, रेणुका हरणे, पूनम माहुरे, सरिता ने अथक प्रयास किए.