अमरावती/दि.1– संगाबा अमरावती विवि के कुलगुरु पर विद्यार्थियोें की तीव्र भावानाओं की अनदेखी करने का आरोप लगाकर रायुकां विद्यार्थी संगठन के नेतृत्व में आज से भूख हडताल शुरु कर देने की घोषणा पार्थ हरमकर ने की. उनके साथ प्रथमेश नवरखेडे, साहिल ढोले, अनिकेत चावरे, भाविक कांबले, बलराज वाकोडे, निखिल पावडे, विनोद आदि अन्न त्याग आंदोलन पर बैठ गए हैं. तथापि विद्यापीठ प्रशासन टस से मस नहीं हुआ, ऐसा आरोप आंदोलनकारी विद्यार्थी लगा रहे हैं. विद्यार्थियों ने पिछले 10-12 दिनों से कैरीऑन की सुविधा देने की मांग करते हुए आंदोलन छेड रखा है. इन विद्यार्थियों में विधि, अभियांत्रिकी और फार्मसी के विद्यार्थी शामिल है. युवा सेना और राकांपा युवक कांग्रेस ने आंदोलन का समर्थन कर राकांपा सांसद सुप्रिया सुले के माध्यम से विद्यार्थियों की मांग राज्यपाल अर्थात विद्यापीठ के कुलपति तक पहुंचाने का प्रयत्न किया है. यह भी बता दें कि विद्यापीठ ने कला, वाणिज्य और कुछ अन्य पाठ्यक्रम में कैरीऑन अर्थात पिछले सेमिस्टर में नापास होने पर भी अगले सेमिस्टर में प्रवेश देने की मांग की थी. उनकी मांग विद्यापीठ ने मान ली. अब अभियांत्रिकी, विधि और प्रबंधन के छात्र-छात्राएं 10 दिनों से विद्यापीठ परिसर में डेरा डाले हुए हैं. राकांपा युवक कांग्रेस नेता विनेश आडतिया ने आरोप लगाया कि छात्रों में गुस्सा बढने के बावजूद कुलगुरु सहित विद्यापीठ प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मिलने भी नहीं आए हैं. आडतिया ने विद्यार्थी आंदोलन में विवि व्दारा फूट डालने का प्रयत्न करने का आरोप लगाया. कुछ पाठ्यक्रम में तीसरे वर्ष के विद्यार्थियों को कैरीऑन सुविधा दी जा रही है. अनेक में यह सुविधा नहीं दी जा रही, जिससे छात्र नाराज होने का दावा आडतिया ने किया.