अमरावती

शालेय सत्र के पहले ही दिन विद्यार्थियों को मिलेगी नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें

शिक्षा विभाग कर रहा नियोजन, पाठ्य पुस्तक मंडल के पास दर्ज कराई मांग

अमरावती/दि.9 – आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए शालाएं खुलने के पहले ही दिन जिप शालाओं में विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरीत की जाएगी. इसके लिए शिक्षा विभाग द्बारा आवश्यक नियोजन किया जा रहा है और इस हेतु पहलीं से पांचवीं की कक्षाओं में पढने वाले 1 लाख 35 हजार 382 विद्यार्थियों के लिए 1 लाख 34 हजार 371 तथा पांचवी से आठवीं की कक्षाओं में पढने वाले 78 हजार 872 विद्यार्थियों के लिए करीब 1 लाख 7 हजार 518 पुस्तकों के सेट मंगाए गए है. यदि इस नियोजन के अनुसार पाठ्य पुस्तक मंडल द्बारा पाठ्य पुस्तकों की आपूर्ति कर दी जाती है, तो महंगाई से त्रस्त अभिभावकों को काफी राहत मिलेगी.
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग द्बारा राज्य पाठ्य पुस्तक निर्मिति व पाठ्यक्रम संशोधन मंडल को जिप शालाओं में पढने वाले विद्यार्थियों की पटसंख्या बताने के साथ ही विद्यार्थी संख्या के अनुरुप पाठ्य पुस्तकों की मांग भी दर्ज कराई जा चुकी है. जानकारी के मुताबिक यु-डायस की संख्या के अनुसार जिले की 1580 जिप शालाओं के विद्यार्थियों को नि:शुल्क पुस्तकें दी जाएगी. जिसमें मराठी, उर्दू माध्यम की पुस्तकों का समावेश रहेगा. विशेष उल्लेखनीय है कि, जिप शालाओं के साथ ही मनपा शालाओं, सरकारी शालाओं व अनुदानित शालाओं में भी नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरीत की जाएगी.
* 2 लाख 14 हजार विद्यार्थियों को मिलेगी नि:शुल्क पुस्तकें
समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत जिले में कक्षा पहलीं से आठवीं में पढने वाले 2 लाख 14 हजार 254 विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र के पहले दिन शालाएं खुलते ही नई व कोरी पाठ्य पुस्तकें दी जाएगी.
* कक्षा पहलीं से आठवीं के विद्यार्थियों को होगा लाभ
राज्य सरकार द्बारा कक्षा पहलीं से आठवीं में पढने वाले विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष ही नये शैक्षणिक सत्र में नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें दी जाती है. जिसके तहत इस वर्ष भी नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक योजना का लाभ पहलीं से आठवीं की कक्षाओं में पढने वाले विद्यार्थियों को होगा.
* अभिभावकों की चिंता मिटी
इन दिनों ग्रामीण व आदिवासी क्षेत्रों में अभिभावकों की आर्थिक स्थिति काफी विकट है और लगभग सभी लोग लगातार बढती महंगाई से त्रस्त है. ऐसे समय बच्चों की पढाई-लिखाई पर खर्च करना भी काफी मुश्किल जाता है. जिसके चलते नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें मिलने की वजह से कमजोर आर्थिक स्थिति वाले अभिभावकों को थोडा बहुत आधार मिल जाता है.
शिक्षा विभाग द्बारा शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए पंचायत समितियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शालेय विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरीत करने के संदर्भ में नियोजन किया गया है. जिसके अनुसार पाठ्य पुस्तक मंडल के पास पाठ्य पुस्तकों की मांग दर्ज कराई गई है. पाठ्य पुस्तक मंडल से पाठ्य पुस्तकों की आपूर्ति होते ही कक्षा पहलीं से आठवीं के विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम की पाठ्य पुस्तकें नि:शुल्क तौर पर वितरीत की जाएगी.
– प्रिया देशमुख,
प्राथमिक शिक्षाधिकारी,
जिप अमरावती.

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