अमरावती/दि.11-राज्य के महाविद्यालयों के पिछड़ावर्गीय विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति, फ्रीशिप सहित अन्य योजना व स्पर्धा परीक्षा मार्गदर्शन के साथ ही उद्योजकता व्यवसाय व रोजगार निर्मिति के लिए मार्गदर्शन किया जाएगा. इसके लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से विद्यार्थियों के लिए संवाद अभियान-युवा संवाद कार्यक्रम समान संधी केंद्र स्थापित किया जाएगा. सभी महाविद्यालयों को इस उपक्रम में सहभागी होकर केंद्र स्थापित करने का आवाहन सहायक समाज कल्याण आयुक्त माया केदार ने किया है.
राज्य के प्रत्येक महाविद्यालय में कम से कम एक प्राध्यापक व सहायक के रुप में कुछ विद्यार्थियों की मदद से महाविद्यालय में ही समान संधी केंद्र शुरु करने के निर्देश शासन द्वारा दिए गए हैं. श्रीमती केदार ने बताया कि केंद्र सरकार पुरस्कृत भारत सरकार मेट्रिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना की सभी मार्गदर्शक सूचनाओं मेंं भी छात्रवृत्ति धारक विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास एवं व्यवसाय रोजगार निर्मिति की दृष्टि से राज्य सरकार ने इस केंद्र के माध्यम से उपाययोजना करने का निश्चय किया है. उन्होंने कहा कि समान संधी केंद्र के माध्यम से विद्यार्थियों को उनकी आगामी पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. साथ ही रोजगार, उद्योजक या व्यवसायिक बनने के लिए कौशल्य शिक्षण आदि बाबत मार्गदर्शन किया जाएगा.
संबंधित जिले के सभी उच्च माध्यमिक, कनिष्ठ महाविद्यालय, वरिष्ठ महाविद्यालय एवं अन्य सभी शैक्षणिक संस्थाओं के सभी महाविद्यालयों में इस स्वरुप के केंद्र तुरंत जारी शैक्षणिंक वर्ष से शुरु किए जायेंगे. इसके लिए समन्वय अधिकारी की नियुक्ति कर वॉट्सअॅप ग्रुप तैयार किए जाने के साथ ही अन्य सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर संबंधित महाविद्यालयों के पिछड़ावर्गीय विद्यार्थियों से समन्वय साधा जाएगा.
समान संधी केेंद्र के माध्यम से विद्यार्थियों को शैक्षणिक योजनाओं का मार्गदर्शन मिलेगा. उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए मंच तैयार होगा. इसके द्वारा विद्यार्थी व सरकार में सुसंवाद साधने में मदद होगी.
– डॉ. प्रशांत नारनवरे, आयुक्त, समाज कल्याण विभाग