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शहरी की बजाय ग्रामीण विद्यार्थियों का जबर्दस्त सहभाग
अमरावती/दि.10 – कोरोना की वजह से राज्य की प्राथमिक शालाएं अब भी बंद है, लेकिन पढाई-लिखाई में रूचि रहनेवाले करीब साढे 9 लाख विद्यार्थी इस समय घर बैठे शालेय शिक्षा प्राप्त कर रहे है. जिसके लिए राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद द्वारा उपलब्ध कराया गया ‘स्वाध्याय’ उपक्रम सभी विद्यार्थियोें के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है.
स्टुडन्ट वॉटसअप बेस्ड डिजीटल होम असेस्मेंट योजना यानी स्वाध्याय के तहत परिषद द्वारा प्रत्येक शनिवार को सभी जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थाओं को वॉटसअप पर स्वाध्याय उपलब्ध कराया जाता है. जिसमें मुलभूत वाचन व संख्या ज्ञान पर आधारित प्रश्न शामिल होते है. इसमें इस बार पिछली कक्षा के अध्ययन निष्पत्ति पर आधारित प्रश्नों को भी जोडा गया है. कक्षा 2 री से कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों को यह स्वाध्याय पंचायत समितियों व शिक्षकों के जरिये उपलब्ध कराया जाता है. जहां एक ओर मोबाईल व इंटरनेट कनेक्शन की रेंज को लेकर कई तरह की समस्याओं की चर्चा है. वहीं दूसरी ओर करीब साढे 9 लाख विद्यार्थी अपने मोबाईल पर स्वाध्याय को डाउनलोड करते हुए रोजाना अपनी पढाई कर रहे है. इसमें भी यह विशेष उल्लेखनीय है कि, मुंबई, पुणे व नागपुर जैसे महानगरों की बजाय अमरावती, यवतमाल व चंद्रपुर जैसे छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों का इसमें काफी अधिक सहभाग है.
स्वाध्याय पर पंजीकृत जिलानिहाय विद्यार्थी
अमरावती – 4,585
अकोला – 11,492
यवतमाल – 31,004
वाशिम – 9,932
बुलडाणा – 27,676
नागपुर – 2,325
गोंदिया – 1,158
वर्धा – 3,849
भंडारा – 1,904
गडचिरोली – 865
चंद्रपुर – 38,454
सातारा – 1,82,418
जलगांव – 1,47,244
औरंगाबाद – 1,39,017
सांगली – 44,043
अहमदनगर – 70,486
सोलापुर – 66,004
उस्मानाबाद – 22,302
हिंगोली – 10,805
परभणी – 13,800
कोल्हापुर – 17,991
ठाणे – 39,847
रत्नागिरी – 5,064
धुलिया – 7,211
नांदेड – 10,747
सिंधुदूर्ग – 1,840
जालना – 5,846
बीड – 2,010
पालघर – 6,256
नंदूरबार – 1,684
पुणे – 8,600
रायगड – 1,995
लातूर – 2,113
नासिक – 4,829
मुंबई – 5,675
कुल – 9,51,648