अमरावती/दि.11 – वनबंधु परिषद द्बारा घने जंगलों में स्थित दुर्गम आदिवासी गांवों में बिना किसी सरकारी सहायता लिए एकल शालाओं का संचालन किया जाता है. राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेकर चलाई जाने वाली इन शालाओं ने गांव के बच्चों को गांव में ही रहने वाले प्रशिक्षित शिक्षकों से शिक्षा व संस्कार मिलते है. ऐसी शालाएं मेलघाट के दुर्गम पहाडी इलाकों में भी है. जिसमें से 5 शालाओं को गोविंदा ग्रुप के संचालक सुभाष तलडा द्बारा दत्तक लिया गया है.
बता दें कि, विगत लंबे समय से वनबंधु परिषद द्बारा मेलघाट के दुर्गम इलाके में करीब 330 एकल शालाएं चलाई जा रही है. प्रत्येक शाला में पूरे साल भर शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध कराने हेतु करीब 22 हजार रुपयों का खर्च आता है. ऐसे में सुभाष तलडा ने पांच गांवों की एकल शालाओं को दत्तक लेकर समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तूत किया है. जिससे अन्य लोगों को भी वनबंधु परिषद के शिक्षा अभियान में शामिल होने की प्रेरणा मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि, शहर के ख्यातनाम समाजसेवी चंद्रकुमार उर्फ लप्पी जाजोदिया व सुमित कलंत्री की टीम को अगले 2 वर्ष के लिए एकल विद्यालयों के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है. मेलघाट में कुल 360 गांव आते है. जिसमें से 330 गांवों में एकल शालाएं चलाई जाती है. जिनके जरिए ग्राम विकास, स्वाभिमान जागृति, स्वास्थ्य, संस्कृति व शिक्षा के पंच आयामों पर काम करते हुए राष्ट्र निर्माण का कार्य किया जा रहा है.