कपास व सोयाबीन को भावांतर सहायता कब
अमरावती /दि. 30– वर्ष 2023 में सोयाबीन व कपास को गारंटी मूल्य नहीं मिला. जिसके चलते ऐन विधानसभा चुनाव के मुंहाने पर राज्य सरकार ने भावांतर योजना के जरिए कपास व सोयाबीन को प्रति हेक्टेअर 5 हजार रुपए की सहायता की. वहीं इस बार के खरीफ सीजन में भी कृषि उपज को गारंटी मूल्य नहीं मिलने के चलते किसानों ने भावांतर योजना का लाभ लिए जाने की मांग की है.
बता दे कि, जिले में करीब 4.50 लाख से अधिक किसानों ने सोयाबीन व कपास की बुआई की है. परंतु औसत से अधिक बारिश होने के चलते दोनों फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ और औसत उत्पादन में कमी आई. सरकार द्वारा सोयाबीन हेतु 4892 रुपए प्रति क्विंटल के दाम घोषित किए गए. जबकि हकिकत में सोयाबीन के दाम 4 हजार रुपए से भी नीचे रहे. इसके अलावा कपास हेतु 4521 रुपए का न्यूनतम गारंटी मूल्य रहने के बावजूद निजी बाजार में कपास को 7 हजार रुपए से कम दाम मिल रहे है. जिसके चलते सोयाबीन व कपास उत्पादक किसानों को काफी अधिक नुकसान हुआ है.
ज्ञात रहे कि, गत वर्ष भी कम बारिश की वजह से फसलों को काफी नुकसान हुआ और बाजार में गारंटी मूल्य भी नहीं मिला. जिसके चलते सरकार ने किसानों को दो हेक्टेअर की मर्यादा के तहत सोयाबीन व कपास हेतु प्रति हेक्टेअर 5 हजार रुपए की सहायता की.