अमरावती

कमजोर पोलिंग बूथ पर मेहनत करने से सफलता निश्चित

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय का प्रतिपादन

* भाजपा कार्यालय में सत्कार व मार्गदर्शन समारोह में एमपी में सत्ता में बने रहने के राज बताएं
अमरावती/दि.2- भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का बुधवार को अमरावती में भाजपा कार्यालय में सत्कार व मार्गदर्शन समारोह के दौरान उन्होंने शहराध्यक्ष किरण पातुरकर के अनुरोध पर मध्यप्रदेश में लगातार सत्ता में बने रहने के राज का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में जब पहली बार सरकार बनी. कुछ पोलिंग बूथ पर वोट कम पडे थे. तब पार्टी ने सभी कमजोर पोलिंग बूथों पर मेहनत की. सभी बूथों को बार-बार भेंट दी, वहां की समस्याओं को समझा और उन समस्याओं को दूर कर पोलिंग बूथ कमजोर होने का कारण खोजा. कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि आप जब उन पोलिंग बूथ के नागरिकों से बार-बार संपर्क करते है तो, आपके प्रति मतदाताओं के मन में सकारात्मक विचार बढते है. मध्यप्रदेश में हम सतत सत्ता में बने है तो उसका कारण यह भी है कि भाजपा हवा में नहीं, जमीन पर काम करती है. ऐसा प्रतिपादन विजयवर्गीय ने किया.
* पार्टी की एक सी विचारधारा
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी की विचारधारा एक जैसी है. इसलिए हम पार्टी को परिवार कहते है. जनसंघ की स्थापना मात्र 10 लोगों ने मिलकर की थी. किसी ने नहीं सोचा था कि हम यहां तक पहुंचेंगे, लेकिन हमने वह कर दिखाया. वह विचारधारा जो हम सबके बीच समान है उसका उगम राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना से हुआ. परंतु इस भ्रम न रहे कि भाजपा के 18 करोड पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बूते ही हमने इतना लंबा सफर तय कर सके है. इन कार्यकर्ताओं से अधिक वे लोग है जो किसी राजनीतिक पद की आकांक्षा नहीं करते, लेकिन हमारी-उनकी विचारधारा बिल्कुल एक जैसी है. हमारी सफलता का श्रेय उन्हीं को जाता है. हमारी विचारधारा पर लोग विश्वास करते है. देश यूं ही नहीं कहता है कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’.
* बंगाल में अनेक कठिनाईयों का किया सामना
ैकैलाश विजयवर्गीय ने बंगाल में काम करने का अनुभव विषद करते हुए बताया कि, वे पश्चिम बंगाल में बतौर चुनाव प्रभारी कार्य कर चुके है. उन्होंने अपने अनुभव विषद करते हुए बताया कि पश्चिम बंगाल मेरा ससुराल है. वहां की राजनीतिक परिस्थिति से मैं भलीभांति परिचित था, इसलिए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे बंगाल का प्रभारी बनाया तो मैं भी एक पल के लिए विचार में पड गया कि, ऐसी परिस्थिति में कैसे चुनावी बीडा संभाल सकुंगा. लेकिन हिम्मत की. बंगाल में भाजपा को क्या-क्या नहीं झेलना पडा. गोलियां चली, बम बरसाएं, हत्याएं भी हुई. फिर भी हमने संपूर्ण प्रदेश में कार्यकर्ताओं को जोड लिया.
* किसानों के सुख-दुख में शामिल होना आपसे सीखा-डॉ. बोंडे
सत्कार और मार्गदर्शन समारोह के दौरान भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर, जिलाध्यक्ष निवेदिता दिघडे, सांसद डॉ. अनिल बोंडे, प्रदेश सदस्य शिवराय कुलकर्णी, संगीता बुरंगे, संगठन मंत्री गजानन देशमुख, मंगेश खोंडे और दीपक खताडे उपस्थित थे. इस समय सांसद बोंडे ने कहा कि, किसानों के सुख-दुख में शामिल होकर, जमीन से जुडकर कार्य करना मैंने प्रधानमंत्री मोदीजी और कैलाश विजयवर्गीय जी से ही सिखा है. हमारा प्रयास मोदीजी के कार्यो को जन-जन तक पहुंचाने का है. किरण पातुरकर ने कहा विजयवर्गीय से मध्यप्रदेश में सतत सत्ता में रहने का राज जानने की इच्छा व्यक्त की और मां कनकेश्वरी देवी के प्रति उनकी श्रद्धा को नमन किया. निवेदिता दिघडे ने कहा कि, किरणभाउ और कैलाशजी को एकसाथ देखकर राम-लक्ष्मण मिलाप का ख्याल आ रहा है. कैलाशजी व्दारा मध्यप्रदेश में बनाई गई चुनाव प्रचार की प्रणाली की जानकारी से हमें काफी प्रेरणा मिली है. इस समारोह में सैकडों भाजपाई कार्यकर्ता उपस्थित थे.

 

Related Articles

Back to top button