अमरावती

लक्ष्य निश्चित करने पर सफलता तय

उद्घाटक डॉ. चंद्रकांत शिंदे का प्रतिपादन

* उद्घाटक डॉ. चंद्रकांत शिंदे का प्रतिपादन
* शिवाजी के शिवोत्सव में युवाओं का जल्लोष
अमरावती/ दि.21 -श्री शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय अमरावती के 15 से 19 फरवरी के दौरान आयोजित वार्षिक स्नेह सम्मेलन बडे ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ. भारत के पहले कृषिमंत्री शिक्षण महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख के शतकोत्तर रजत महोत्सव जयंती वर्ष के पर्व पर आयोजित विशेष उपक्रम श्रृंखला में समर्पित पुष्प ‘फिएष्टा’ कार्यक्रम के तहत वार्षिक शिवोत्सव सभी विद्यार्थियों ने हर्षोल्लास के साथ मनाया. स्नेह सम्मेलन का उद्घाटन और सम्मान समारोह श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के उपाध्यक्ष केशवराव मेटकर की अध्यक्षता में तथा संस्था के सचिव डॉ. वी. जी. ठाकरे की प्रमुख उपस्थिति में तथा विख्यात अभिनेता, गायक, दिग्दर्शक और समुपदेशक डॉ. चंद्रकांत शिंदे के हाथों संपन्न हुआ. उन्होंने अपने संबोधन में विद्यार्थियों से कहा कि अपना लक्ष्य निश्चित यदि किया गया तो सफलता तय है.
विद्यार्थी प्रतिनिधि मयुरेश वानखडे ने महाविद्यालय के कार्य का विस्तृत वाचन किया. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जी.वी. कोरपे ने प्रास्ताविक किया. इसी तरह केशवराव मेटकर ने भी अपने समयोचित विचार व्यक्त किए. इस कार्यक्रम में प्राविण्यता प्राप्त करनेवाले विद्यार्थी तथा राष्ट्रीय, राज्य व विद्यापीठ स्तर पर विशेष उपलब्धि प्राप्त करनेवाले शिक्षक- शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का सत्कार किया गया. शिव परिवार से जुडे दानदाताओं ने दिए विविध पुरस्कारों का वितरण इस अवसर पर किया गया. शैक्षणिक, सांस्कृतिक, क्रीडा, सामाजिक, पर्यावरण आदि क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करनेवाले विद्यार्थियों को शिवभूषण, उत्कृष्ठ विद्यार्थी, ग्रीन सोल्जर, उत्कृष्ट रोगायो स्वयंसेवक आदि विविध पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. इसी तरह महाविद्यालय, विद्यार्थी और समाज के लिए प्रशंसनीय काम करनेवाले शिक्षक तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को भी गौरान्वित किया गया. इसी तरह शारीरिक शिक्षण विभाग प्रमुख डॉ. रूपाली इंगोले और डॉ. सुगंध बंड के नियोजन के मुताबिक विद्यार्थी, शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने विविध स्पर्धाओं में भाग लिया. इस स्पर्धा में विजेता रहे खिलाडियों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
भारतीय संस्कृति के दर्शन, विश्वस्तर पर महिलाओं के सर्वोच्च कार्यो का चित्रण और शिव प्रताप महिमा ऐसे त्रिशक्ति प्रस्तुतिकरण का शानदार समारोह सभी उपस्थितों ने देखकर कार्यक्रम की प्रशंसा की. डॉ. श्रीकांत वढाल के दिग्दर्शन में यह कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. प्राचार्य डॉ. जी.वी. कोरपे, आयक्यूएसी समन्वयक डॉ. डब्ल्यू. एस. बरडे के मार्गदर्शन में फिएष्टा- शिवोत्सव के समन्वयक डॉ. दिनेश खेडकर के साथ डॉ. नीलेश ठाकरे, डॉ. सुगंध बंड, डॉ. रेखा मग्गीरवार, डॉ. नितीन बनसोड, डॉ. दिपाली राठोड, डॉ. राधिका देशमुख, डॉ. रेवती खोखले, डॉ. रूपाली इंगोले, डॉ. मनीष गायकवाड, डॉ. योगिता ठाकरे, डॉ. प्रशांत देशमुख तथा सभी समिति के समन्वयक व सदस्यों ने शिवोत्सव के आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाई तथा तकनीकी दृष्टि से इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए प्राध्यापक योगेश हुशारे, प्रा. अविनाश दारशिंबे और विद्यार्थी तन्मय चव्हाण ने अथक परिश्रम किया. छात्रसंघ सदस्य, क्रीडा स्वयंसेवक, छात्रसेना केडेट्स ने अनुशासन की जिम्मेदारी संभाली.

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