अमरावती

कोविड काल में हुई 13 बच्चों की सफलतापूर्वक हृदय शल्यक्रिया

जिला सामान्य अस्पताल में 1917 मरीजों की हुई जांच

  • आज विश्व हृदय दिवस पर विशेष

अमरावती/दि.29 – कोविड संक्रमण काल के दौरान भी स्वास्थ्य महकमा अन्य बीमारियों से पीडित मरीजों की जान बचाने हेतु अथक परिश्रम कर रहा था. इसके तहत कोविड काल के दौरान जिला सामान्य अस्पताल में 1,917 मरीजों की जांच की गई. जिसमें से हृदय रोग के 43 तथा पक्षाघात के 29 मरीजों का इलाज किया गया. साथ ही 13 छोटे बच्चों के हृदय की सफलतापूर्वक शल्यक्रिया की गई. वहीं इस समय 6 बच्चों की शल्यक्रिया प्रस्तावित है. इस आशय की जानकारी वैद्यकीय सूत्रों द्वारा दी गई है.
बता दें कि, जिला सामान्य अस्पताल के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जाता है. इस योजना अंतर्गत छोटे बच्चों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच करने के साथ ही उनकी शल्यक्रिया भी नि:शुल्क की जाती है. इससे पहले संत अच्युत महाराज हार्ट हॉस्पिटल में शल्यक्रिया की जाती थी. किंतु अब वहां पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं रहने के चलते मरीजों को शल्यक्रिया हेतु मुंबई तथा सावंगी मेघे भेजा जाता है. जिसके चलते विगत चार वर्षों के दौरान शून्य से 18 वर्ष की आयुवाले 199 बच्चों के हृदय पर शल्यक्रिया की गई. इसके तहत वर्ष 2018 में 76, वर्ष 2019 में 100, वर्ष 2020 में 10 तथा जारी वर्ष 2021 में अब तक 13 शल्यक्रियाएं सफलतापूर्वक की गई है. साथ ही इस समय 6 बच्चों की हृदय शल्यक्रिया प्रस्तावित है. जिसके लिए 3 बच्चों को मुंबई व 3 बच्चों को सावंगी मेघे भेजा गया है. इस आशय की जानकारी जिला सामान्य अस्पताल के हृदयरोग तज्ञ डॉ. निलेश पुनसे द्वारा दी गई है.

आज से हृदय जांच सप्ताह

प्रति वर्ष 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इसके निमित्त राष्ट्रीय और संसर्गजन्य रोग प्रतिबंध व नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिले की सभी आरोग्य संस्थाओं में 30 वर्ष से अधिक आयुवाले व्यक्तियों के हाय ब्लडप्रेशर, हृदय संबंधी बीमारी, मधुमेह व पक्षाघात आदि की नि:शुल्क जांच 29 सितंबर से 5 अक्तूबर के दौरान जिला सामान्य अस्पताल में की जायेगी. यह जानकारी देते हुए जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम ने सभी से इस नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच अभियान का लाभ लेने का आवाहन किया है.

ये सावधानियां जरूरी

– सीने में अस्वस्थता महसूस होने अथवा बार-बार सांस फुलने पर तुरंत अपने नजदिकी डॉक्टर से मिले.
– ईसीजी एक मुलभूत जांच है, जो हृदय विकार का झटका आने से पहले ही उसके अंदेशे को खोज सकती है. अत: समय रहते ईसीजी जांच करा लेनी चाहिए.
– मौजूदा दौर में जिंदगी काफी दौडभाग भरी हो गयी है. साथ ही खान-पान संबंधी आदतों में भी लापरवाही व अनियमितताएं देखी जाती है. ऐसे में 30 वर्ष से अधिक आयुवाले सभी लोगों नेे समय रहते अपनी स्वास्थ्य जांच समय-समय पर नियमित तौर पर करानी चाहिए.

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