नागपुर/दि.24 – अमरावती के 30 साल के नौजवान को यहां निजी अस्पताल के निष्णांत चिकित्सकों ने नया जीवन दिया है. युवक के मस्तिष्क से क्रिकेट की गेंद जितना ट्यूमर जटिल शल्यक्रिया पश्चात निकाला गया. यह सर्जरी डॉ. विवेक अग्रवाल ने की. वे मध्य भारत के प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन है. ऑपरेशन 6 घंटे चला और बहुत सावधानी से करना पडा. डॉक्टर्स का कहना है कि, बहुतही मुश्कील शल्यक्रिया थी. जिसमें कई प्रकार की सावधानियां रखनी पडी. युवक अब सामान्य जीवन जी सकेगा. उसे चार दिनों पश्चात आयसीयू से बाहर निकाल लिया गया है.
* सिरदर्द और आंखें कमजोर
अमरावती के युवक को दो माह से तेज सिरदर्द परेशान कर रहा था. उसकी आंखो की ज्योति भी कमजोर हो रही थी. उसे धुंधला दिखाई देने लगा था. बार-बार उलटियां कर रहा था. डॉ. विवेक अग्रवाल ने बताया कि, उक्त सभी शिकायते लेकर युवक उनके पास आया.
* जल्दी पता होना आवश्यक
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि, एमआरआई स्कैन करते ही युवक के मस्तिष्क में सीधे हाथ की तरफ बडा ट्यूमर होने का पता चला. यह ट्यूमर उपयोगी टिशू और ब्रेन की रचना को खतरा पहुंचा रहा था. डॉ. अग्रवाल ने कहा कि, ऐसे मामलो में जल्दी पता लगाना आवश्यक होता है. ट्यूमर का आकार और स्थल को देखने के बाद सर्जरी का बेस्ट उपाय अपनाने का निर्णय किया गया.
* नाना प्रकार की भ्रांतियां
डॉ. विवेक अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि, ब्रेन ट्यूमर को लेकर लोगों में तरह तरह की भ्रांतियां फैली है. लोगों को लगता है कि, यह अत्यंत खतरनाक होते है. सर्जरी के बाद मरीज सामान्य जीवन नहीं जी पाएंगे. अग्रवाल ने कहा कि, ऐसा कुछ नहीं है. सावधानी से शल्यक्रिया करने पर किसी भी प्रकार की हानी से मरीज को बचाया जा सकता है. इस मामले में भी उन्होंने यही किया.
* सावधानी से शल्यक्रिया
अग्रवाल व उनके साथीयों ने क्रिकेट की गेंद बराबर 7 गुणा 6 गुणा 6 सें.मी. का ट्यूमर बेहद सावधानी से निकाला. जिसके कारण ऑपरेशन को 6 घंटे से अधिक समय लगा. इंटेसीविस्ट डॉ. नेहा अग्रवाल की देखरेख में मरीज को चार दिन आयसीयू में रखने के पश्चात अब फालोअप उपचार किया जा रहा है. मरीज सामान्य जीवन जी सकेगा.