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स्वाईन फ्ल्यू संक्रमित महिला का हुआ सफल इलाज

सुपर कोविड अस्पताल के खाते में जुडी एक और शानदार उपलब्धि

* डिस्चार्ज के बाद दी गई महिला मरीज को भावभीनी विदाई
* 27 अगस्त को महिला मरीज हुई थी अस्पताल में भरती
* दस दिन रखना पडा था वेंटिलेटर पर, स्थिति थी गंभीर
अमरावती/दि.14- कोविड संक्रमण काल के दौरान एक लाख से अधिक कोविड संक्रमित मरीजों की जान बचाने में सफल रहे सुपर कोविड अस्पताल के खाते में आज एक और शानदार उपलब्धि जुड गई, जब स्वाईन फ्ल्यू के संक्रमण की चपेट में आकर बेहद गंभीर स्थिति में जा पहुंची महिला मरीज का सुपर कोविड अस्पताल में करीब 19 दिनों तक इलाज चला और इस इलाज के बाद उक्त महिला मरीज स्वाईन फ्ल्यू के संक्रमण से मुक्त होने के साथ ही चुस्त-दुरूस्त व तंदुरूस्त भी हो गई. जिसे आज सुपर कोविड अस्पताल के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अस्पताल से डिस्चार्ज देने के साथ ही घर जाने हेतु भावभीनी विदाई दी गई. इस समय महिला मरीज व उसके परिजनों सहित सभी डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी भी बेहद भावुक हो गये थे.
पता चला है कि, शहर के इतवारा बाजार के पीछे चारा बाजार परिसर में रहनेवाली 45 वर्षीय महिला की तबियत विगत अगस्त माह के दौरान अचानक ही बिगड गई. जिसे इलाज के लिए शहर के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया गया. लेकिन वहां पर भी इस महिला मरीज की स्थिति लगातार बिगडती चली गई. ऐसे में इस महिला मरीज को इलाज हेतु सरकारी सुपर कोविड अस्पताल में 27 अगस्त को भरती कराया गया. जहां पर की गई प्राथमिक जांच में ही पता चला कि, यह महिला मरीज स्वाईन फ्ल्यू से संक्रमित है. इस समय इस महिला मरीज की सिटी स्कैन का स्कोर केवल 20 के स्तर पर था. ऐसे में उसे तुरंत वेंटिलेटर लगाया गया और अगले करीब दस दिन तक यह महिला मरीज वेेंटिलेटर पर रही. इस दौरान सुपर कोविड अस्पताल के इंचार्ज डॉ. रवि भूषण व उनकी टीम ने इस महिला का कोई कोर-कसर न रखते हुए अपनी ओर से हर संभव इलाज किया. जिसके चलते धीरे-धीरे इस महिला मरीज की स्थिति में सुधार होना शुरू हुआ और ये महिला पूरी तरह से संक्रमण मुक्त होकर तंदुरूस्त भी हो गई. ऐसे में करीब 19 दिन चले इलाज के पश्चात इस महिला मरीज को सुपर कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया और जब यह महिला मरीज अपने पैरों पर चलकर घर जाने हेतु अस्पताल से बाहर आयी, तो सुपर कोविड अस्पताल के डॉक्टरोें व स्वास्थ्य कर्मियों ने इस महिला मरीज का स्वागत करने के साथ ही उसे घर जाने हेतु भावभीनी विदाई दी.
इस समय सुपर कोविड हॉस्पीटल के इंचार्ज डॉ. रवि भूषण, ओएसडी डॉ. नीलेश पाचबुध्दे, डॉ. अमोल नारोटे (एमएस), डॉ. संकेत राठी, डॉ. अंकिता मोहोड, डॉ. शिवानी निचल, डॉ. गायत्री महल्ले, डॉ. फैज खान, डॉ. सुयोग काले तथा मेडिकल स्टाफ उषा मडकाम, रेखा दलाल, पुष्पा इंगले, रेवती तट्टे, नंदा तेटू, अर्चना ढवले, सुवर्णा काले, जया ताकसांडे, बबीता इंगले, ज्योत्सना खोब्रागडे, जीवन तेलमोरे, रिना पोकले, नेहा वासनिक, अक्षय मनोहरे, लक्ष्मण वालूकर, कार्तिक पन्नासे आदि सहित अस्पताल के स्वास्थ्य व सेवा कर्मी उपस्थित थे.

* दूसरी बार वरदान बने डॉ. रवि भूषण व सुपर कोविड अस्पताल
– ‘उस’ महिला का इससे पहले भी हुआ था कोविड काल में इलाज
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, आज जिस महिला को स्वाईन फ्ल्यू संक्रमण से मुक्त करने के साथ ही उसका सफलतापूर्वक इलाज करते हुए सुपर कोविड अस्प्ताल से डिस्चार्ज दिया गया है. उसी महिला को इससे पहले विगत वर्ष कोविड संक्रमित रहने के चलते इलाज हेतु सुपर कोविड अस्पताल में ही भरती कराया गया था और उस समय भी इस 45 वर्षीय महिला की स्थिति काफी गंभीर हो गई थी. किंतु उस समय रोजाना एक साथ सैंकडों कोविड संक्रमित मरीजोें के इलाज का जिम्मा संभालनेवाले डॉ. रवि भूूषण अपनी टीम के साथ मिलकर इस महिला मरीज का सफलतापूर्वक इलाज किया था. जिसके चलते यह महिला कोविड मुक्त होकर अपने घर लौटी थी. अब यह महिला स्वाईन फ्ल्यू से संक्रमित होकर बेहद गंभीर स्थिति में एक बार फिर सुपर कोविड अस्पताल पहुंची. जहां पर डॉ. रवि भूषण व उनकी टीम ने दुबारा इस महिला का सफलतापूर्वक इलाज करते हुए उसकी जान बचाने में सफलता प्राप्त की. ऐसे में कहा जा सकता है कि, इस महिला मरीज के लिए डॉ. रवि भूषण और सुपर कोविड अस्पताल लगातार दूसरी बार वरदान साबित हुए है.

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