अमरावतीमहाराष्ट्र

शिक्षा बोर्ड का ऐसा भी कारनामा, चांदुर बाजार का सेंटर मोर्शी तहसील में

परीक्षार्थियों को करनी पडी 27 किमी की यात्रा, बोर्ड के निर्णय को लेकर आश्चर्य

चांदुर बाजार/दि. 12– कल 11 फरवरी से कक्षा 12 वीं की बोर्ड परीक्षा शुरु हुई. जिसके लिए राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा समूचे जिले भर में परिक्षार्थियों की सुविधा के लिहाज से परीक्षा केंद्र तय किए गए है. परंतु चांदुर बाजार तहसील के तलेगांव मोहना स्थित शाला के विद्यार्थियों को मोर्शी तहसील के कोलविहीर में परीक्षा केंद्र दिया गया है. जहां पर पहुंचने के लिए विद्यार्थियों को 27 किमी की दूरी तय करनी पडी और ऐन परीक्षा वाले दिन कई समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडा. ऐसे में गांव से 27 किमी दूर परीक्षा केंद्र दिए जाने को लेकर शिक्षा बोर्ड के फैसले पर आश्चर्य जताया जा रहा है.
बता दें कि, चांदुर बाजार तहसील में कक्षा 12 वीं के परिक्षाओं हेतु 10 परीक्षा केंद्र है. जिसमें से अब तक तलेगांव मोहना की शाला के विद्यार्थियों हेतु शिरजगांव बंड में परीक्षा केंद्र रहा करता था. परंतु अब अचानक ही इसमें बदलाव करते हुए इस शाला के विद्यार्थियों को मोर्शी तहसील के कोलविहीर में परीक्षा केंद्र दिया गया है. जिसकी दूरी गांव से करीब 27 किमी है. जबकि तलेगांव मोहना से चांदुर बाजार तहसील के चांदुर बाजार, शिरजगांव बंड, शिरजगांव कसबा, करजगांव व आसेगांव के परीक्षा केंद्र काफी नजदिक है. ऐसे में नजदिकी परीक्षा केंद्रों को छोडकर 27 किमी दूर मोर्शी तहसील के कोलविहीर में परीक्षा केंद्र कैसे दिया गया, इसे लेकर आश्चर्य जताया जा रहा है. साथ ही बोर्ड के इस फैसले के खिलाफ अभिभावकों में कई तरह की चर्चाएं भी चल रही है.
उल्लेखनीय है कि, कक्षा 12 वीं की परीक्षा को विद्यार्थियों के जीवन का टर्निंग पॉईंट माना जाता है. जिसके चलते इस परीक्षा का काफी महत्व होता है. कोलविहीर के परीक्षा केंद्र पर तलेगांव मोहना के 27 विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं. जिन्हें चांदुर बाजार तहसील के ही किसी परीक्षा केंद्र में समायोजित किया जा सकता था, ऐसी भूमिका अपनाते हुए चांदुर बाजार तहसील के विद्यार्थियों को मोर्शी तहसील के ग्रामीण क्षेत्र का परीक्षा केंद्र देनेवाले शिक्षा बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग संबंधित विद्यार्थियों के अभिभावकों द्वारा उठाई जा रही है.

* शाला में पढनेवाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से ना-हरकत प्रमाणपत्र प्राप्त करते हुए संबंधित मुख्याध्यापकों द्वारा उन्हें शिक्षा बोर्ड के पास प्रस्तुत किया जाता है. जिसके बाद ही शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षा केंद्र तय किए जाते है.
– निलिमा टाके
विभागीय सचिव, अमरावती शिक्षा बोर्ड.

* शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षा केंद्र तय किए जाते है. जिसके तहत शिक्षा बोर्ड ने ही चांदुर बाजार तहसील के तलेगांव मोहना स्थित शाला के विद्यार्थियों हेतु मोर्शी तहसील के कोलविहीर में परीक्षा केंद्र दिया है. इस संदर्भ में शिक्षा बोर्ड ने हमसे कोई भी जानकारी नहीं मांगी थी. साथ ही हमें अब तक इस संदर्भ में अभिभावकों व विद्यार्थियों की ओर से कोई शिकायत भी प्राप्त नहीं हुई है.
– वकार अहमद खान
गटशिक्षाधिकारी, चांदुर बाजार.

* हमारी शाला जब से स्थापित व शुरु हुई है तब से हमारे विद्यार्थियों का परीक्षा केंद्र शिरजगांव बंड में रहा करता था. परंतु विगत कुछ वर्षों से हमें कोई भी जानकारी दिए बिना हमारी शाला का परीक्षा केंद्र कोलविहीर गांव में स्थलांतरित कर दिया गया. जिसके चलते हमारे विद्यार्थियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड रहा है.
– राहुल गवई
मुख्याध्यापक, तलेगांव मोहना.

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