पैसा कमाने का ऐसा भी शातिराना अंदाज
चने की गेट पास पर मंडी से निकाला जा रहा था सोयाबीन
* ट्रक में लदे सोयाबीन के सेस बचाने के लिए बता दिया चना
* मंडी प्रशासन ने ट्रक और सोयाबीन किया लिया अपने ताबे में
* फसल मंडी में फिर उजागर हुआ सेस चोरी का मामला
* सेस चोरी को लेकर आनंद परमानंद अग्रवाल व सिंघानिया ट्रेडर्स फिर आरोपोें के घेरे में
अमरावती/दि.14– स्थानीय अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिती की अनाज व फसल मंडी में विगत मंगलवार को एक बार फिर सेस चोरी किये जाने का मामला उजागर हुआ है. जिसके तहत सोयाबीन को चना दर्शाते हुए गेटपास बनाकर फसल मंडी को सेस में करीब 6 लाख रूपये का चुना लगाने का प्रयास किया जा रहा था. लेकिन बाजार समिती कर्मियों की सतर्कता के चलते आनंद परमानंद अग्रवाल नामक खरीददार एवं सिंघानिया ट्रेडर्स नामक फर्म द्वारा किया जा रहा सेस चोरी का यह प्रयास पूरी तरह से नाकाम रहा. वहीं अब इस मामले को लेकर मंडी में अच्छा-खासा हंगामा मचा हुआ है. साथ ही मंडी में होनेवाली सेस चोरी को लेकर नये सिरे से चर्चा शुरू हो गई है, जिसके तहत सेस चोरी करनेवाले व्यापारी व उसकी फर्म के खिलाफ फौजदारी मामला दर्ज किये जाने की मांग की जा रही है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक विगत मंगलवार की रात करीब 11 बजे मंडी परिसर से बाहर जाने हेतु ट्रक क्रमांक एमएच 27/ए-4659 मंडी के मुख्य द्वार पर पहुंचा. ट्रक चालक ने प्रवेश द्वार पर मौजूद मंडी कर्मी व सुरक्षा रक्षकों को अपने पास रहनेवाली गेट पास दिखाई. इस गेट पास के मुताबिक इस ट्रक में सिंघानिया ट्रेडर्स का 400 बोरे चना लदा हुआ था. किंतु जब ट्रक को बाहर जाने देने से पहले इसमें लदे माल की जांच की गई, तो पाया गया कि, इस ट्रक में लदे बोरों में चना नहीं, बल्कि सोयाबीन भरा हुआ है. यह देखकर मंडी कर्मचारी भौचक रह गये और उन्होंने तुरंत सेस चोरी के इस मामले की जानकारी मंडी सचिव दीपक विजयकर को दी. पश्चात दीपक विजयकर ने मंडी के मुख्य द्वार पर पहुंचकर इस बारे में ट्रक चालक से पूछताछ की और ट्रक सहित इसमें लदे सोयाबीन को जप्त कर ट्रक को माल सहित एपीएमसी कार्यालय के सामने खडा करवा दिया.
बता दें कि, मंडी में खरीददार द्वारा खरीदे जानेवाले माल पर मंडी समिती द्वारा एक प्रतिशत का सेस वसूला जाता है. इस समय फसल मंडी में चने का भाव 4 हजार 400 रूपये प्रति क्विंटल है. वहीं सोयाबीन के भाव 7 हजार 400 रूपये प्रति क्विंटल है. यानी चने व सोयाबीन के दामों में करीब 3 हजार रूपये प्रति क्विंटल का फर्क है. ऐसे में चने के दाम कम रहने के चलते आनंद परमानंद अग्रवाल नामक खरीददार द्वारा अपनी सिंघानिया ट्रेडर्स फर्म के जरिये खरीदे गये सोयाबीन को चना दर्शाकर मंडी से बाहर भेजने का प्रयास किया जा रहा था, ताकि सोयाबीन की बजाय चने के नाम पर सेस कम भरना पडे. किंतु सेस की चोरी का यह प्रयास मंडी के प्रवेश द्वार पर तैनात मंंडी कर्मियों की सतर्कता के चलते नाकाम साबित हो गई.
उल्लेखनीय है कि, अमरावती फसल मंडी में इससे पहले भी सेस चोरी के कुछ मामले बेहद चर्चा में रहे है. जिसमें से परमानंद अग्रवाल व उनकी सिंघानिया ट्रेडिंग नामक फर्म पर 1 करोड 26 लाख रूपये की सेस चोरी का इल्जाम लगाया गया था और इस मामले की अब तक अदालत में सुनवाई चल रही है. इसी मामले को लेकर परमानंद अग्रवाल व उनकी फर्म को डिफॉल्टर घोषित करते हुए मंडी के खरीददार निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में उन्हें शामिल नहीं किया गया था. किंतु परमानंद अग्रवाल द्वारा अमरावती मंडी में अपने बेटे आनंद अग्रवाल के नाम पर सिंघानिया ट्रेडर्स नामक नई फर्म शुरू की गई. किंतु अब इस फर्म पर भी सेस चोरी का इल्जाम लग गया है.
* मामले की सघन जांच होना जरूरी
अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिती के संचालक सतीश अटल से इस मामले को लेकर जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर उन्होेंने बताया कि, सोयाबीन व चने के दामों के बीच रहनेवाले फर्क का फायदा उठाने हेतु बडे ही शातिराना ढंग से सेस की चोरी करने का प्रयास किया गया. जिसके लिए फसल मंडी द्वारा दी जानेवाली गेट पास पर बाकायदा कांट-छांट करते हुए वहां सोयाबीन को काटकर चना लिखा गया. यह सीधे-सीधे गडबडी व हेराफेरी का मामला है. ऐसे में मैंने मंंडी सभापति व सचिव सहित जिला उपनिबंधक को पत्र लिखकर इस मामले में फौजदारी शिकायत दर्ज कराने की मांग की है. यहां इस बात की अनदेखी नहीं की जा सकती कि, एक ही व्यक्ति के बारे में सेस चोरी से संबंधित मामले बार-बार सामने आ रहे है. जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए.
* पूरे मामले पर रखी जा रही नजर
वहीं इस मामले को लेकर जानकारी व प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिती के सचिव दीपक विजयकर ने बताया कि, मंडी के मुख्य प्रवेश द्वार पर तैनात मंडी कर्मियों की सतर्कता के चलते सेस चोरी का यह मामला उजागर हुआ है. अत: इसमें मंडी अधिकारियों या कर्मियों की मिलीभगत रहने का कोई सवाल ही नहीं उठता. इससे पहले भी मंडी कर्मियों की सतर्कता के चलते ही सेस चोरी के मामले उजागर हुए थे. जिनके खिलाफ मंडी प्रशासन द्वारा सघन जांच करते हुए आवश्यक कार्रवाई की गई. फिलहाल चने के नाम पर बाहर भेजे जानेवाले सोयाबीन को हमने ट्रक सहित जप्त कर लिया है और जल्द ही इस मामले में जांच पूरी करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
* बेवजह बतंगड बनाया जा रहा, संचालक अटल दे रहे है मामले को तुल
वहीं इस पूरे मामले को लेकर चर्चा व विवाद के केंद्र में रहनेवाले परमानंद अग्रवाल ने बताया कि, उन्हें फसल मंडी और यहां की राजनीति से दूर रखने का काफी लंबे समय से प्रयास किया जा रहा है. विशेष तौर पर मंडी संचालक सतीश अटल बेवजह की बातों को तुल देते हुए बात का बतंगड बना देते है. विगत दिनों उनकी दुकान में काम करनेवाले किसी व्यक्ति ने सोयाबीन लदे ट्रक को गलती से चने का ट्रक बता दिया और सोयाबीन की बजाय चने के ट्रक की गेटपास फाड दी. लेकिन इस बात को लेकर बेवजह हंगामा किया जा रहा है और सेस चोरी के मामले को हवा देते हुए सिंघानिया ट्रेडर्स के खिलाफ फौजदारी मामला दर्ज करने की बात कही जा रही है. इस समय जब परमानंद अग्रवाल से यह पूछा गया कि, इससे पहले भी उनके और उनकी फर्म के खिलाफ सेस चोरी के मामले सामने आये है, तो उनका कहना रहा कि, इससे पहले भी उन्हें फसल मंडी के चुनाव व राजनीति से दूर रखने हेतु सतीश अटल सहित कुछ लोगों ने सेस चोरी के मामले को हवा दी थी. जिसमें अब तक कुछ भी नहीं हुआ है.