अमरावती

अंग्रेजी को लेकर ऐसा भी डर

संभाग में 4 हजार परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित

अमरावती/दि.23 – राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्बारा ली जाने वाली कक्षा 12 वीं की बोर्ड परीक्षा विगत मंगलवार 21 फरवरी से शुरु हुई और पहले ही दिन अंग्रेजी विषय की परीक्षा ली गई. लेकिन अमरावती संभाग में पहले दिन ही 3 हजार 964 परीक्षार्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे. माना जा रहा है कि, अंग्रेजी विषय को लेकर छात्र-छात्राओं में काफी हद तक डर होता है और उनकी अंग्रेजी विषय को लेकर पढाई संबंधित तैयारी पूरी नहीं हो पाती. जिसकी वजह से कई बार विद्यार्थी अंग्रेजी विषय के पर्चे से कन्नी कांट जाते है और अन्य विषयों की परीक्षा देते हुए अंग्रेजी का प्रश्न पत्र पूरक परीक्षा में हल करने की मानसिकता रखते है.
बता दें कि, कक्षा 12 वीं की लिखित परीक्षा हेतु अमरावती संभाग में कुल 523 परीक्षा केंद्र निश्चित किए गए है. अंग्रेजी विषय की परीक्षा हेतु संभाग से 1 लाख 41 हजार 374 विद्यार्थियों ने पंजीयन किया था. जिसमें से 1 लाख 37 हजार 410 विद्यार्थियों ने परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित रहकर परीक्षा में हिस्सा लिया. वहीं 3 हजार 964 परीक्षार्थी इस परीक्षा के समय अनुपस्थित रहे. यानि संभाग के कुल परीक्षार्थियों में से 97.19 विद्यार्थियों ने अंग्रेजी विषय की परीक्षा दी.
अनुपस्थित रहने की वजहें
बीमारी, पर्याप्त पढाई नहीं होना, आवागमन के साधन की वजह से समय पर परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच पाना जैसी वजहों के चलते कक्षा 12 वीं के 3 हजार 964 परीक्षार्थी विगत मंगलवार 21 फरवरी को परीक्षा के समय अनुपस्थित रहे. ऐसी जानकारी सामने आयी है.
कॉपी मुक्त अभियान का दावा हुआ फेल, 5 नकलची पकडे गए
राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्बारा इस बार समूचे राज्य में कॉपीमुक्त अभियान को बेहद प्रभावी तरीके से चलाने का संकल्प किया गया था. परंतु बुलढाणा व यवतमाल जिले में उडन दस्तों द्बारा कार्रवाई करते हुए 5 नकलचियों को पकडा गया है. यद्यपि अन्य तीन जिलों में नकल संबंधी मामले उजागर नहीं हुए. लेकिन जानकारी के मुताबिक कई ग्रामीण क्षेत्र में स्थित परीक्षा केंद्रों पर जमकर नकलबाजी चली और कुछ स्थानों पर तो खुद शिक्षकों ने ही परीक्षार्थियों तक ‘कॉपी’ पहुंचाई. ऐसी जानकारी भी सामने आयी है.
परतवाडा व मेलघाट में जमकर चली कॉपी
पता चला है कि, परीक्षा के दौरान जमकर नकलबाजी के लिए विख्यात रहने वाले मेलघाट सहित परतवाडा व अचलपुर के कुछ परीक्षा केंद्रों पर इस बार भी जमकर कॉपी चली है. हालांकि परीक्षा केेंद्रों के बाहर सबकुछ बेहद शांत व सामान्य दिखाई दे रहा था और बाहर से किसी भी व्यक्ति को परीक्षा केंद्रों के भीतर प्रवेश नहीं दिया जा रहा था. लेकिन कुछ परीक्षा केंद्रों के अंदर कुछ शिक्षकों द्बारा परीक्षार्थियों तक नकल यानि कॉपी पहुंचाई जा रही थी. जिसके चलते परीक्षा केंद्रों के भीतर अच्छी खासी हंगामे वाली स्थिति रही. यह बात प्रश्न पत्र हल करने के पश्चात परीक्षा केंद्र से बाहर आए कई परीक्षार्थियों ने आपस में चर्चा करने के दौरान कहीं.
विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षकों की भी परीक्षा
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित करने के साथ-साथ यह भी देखा जाता है कि, किस विषय और किस कनिष्ठ महाविद्यालय का परीक्षा परिणाम कितने प्रतिशत रहा. जिसके आधार पर शिक्षकों, शालाओं व कनिष्ठ महाविद्यालयों का भी मूल्यांकन होता है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, विद्यार्थी के साथ-साथ कुछ शिक्षकों की भी परीक्षा होती है कि, शैक्षणिक सत्र के दौरान पढाई के नाम पर क्या किया गया. चूंकि आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र के धारणी व चिखलदरा तहसीलों सहित अन्य ग्रामीण इलाकों में साल भर के दौरान शिक्षकों की उपस्थिति काफी हद तक नगण्य व अत्यल्प रहती है. ऐसे में पढाई-लिखाई का लगभग बंटाधारा ही हुआ रहता है. जिसके चलते परीक्षा में अपने विषय का परिणाम समाधानकारक हो, इस हेतु संबंधित विषयों के शिक्षकों द्बारा अपने-अपने विद्यार्थियों को येन-केन प्रकारेण उत्तीर्ण कराने का प्रयास किया जाता है. परंतु इस तरह के प्रयासों को पूरी लगन व मेहनत के साथ पढाई करने वाले परीक्षार्थियों के लिए अन्यायकारक कहा जा सकता है.

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