पीडीएमसी अस्पताल में ऐसी भी लापरवाही… मरीज के शरीर को चींटियों ने काट खाया
अस्पताल की परिचारिका को जारी हुई कारण बताओ नोटीस
अमरावती/दि.3– स्थानीय डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति मेडिकल कॉलेज व अस्पताल यानी पीडीएमसी के एक वॉर्ड में भरती मरीज के शरीर पर जगह-जगह चींटियों ने काट खाया. किंतु इस ओर संबंधित वॉर्ड में कार्यरत डॉक्टर, परिचारिका व कर्मचारियों का कोई ध्यान नहीं था. पश्चात यह मामला सामने आने के बाद पीडीएमसी के डीन डॉ. अनिल देशमुख ने वॉर्ड में पदस्थ परिचारिका को कारण बताओ नोटीस जारी करते हुए पूरे वॉर्ड की साफ-सफाई करवायी.
मिली जानकारी के मुताबिक तिवसा तहसील निवासी विष्णुपंत साठवणे (71) नामक बुजुर्ग व्यक्ति को ब्रेन स्ट्रो हो जाने के चलते बुधवार की रात पीडीएमसी में भरती कराया गया और स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर रहने के चलते उन्हेें अतिदक्षता विभाग यानी आयसीयू में रखा गया. किंतु रात के समय उनके पलंग पर चींटियां चढ गई और उनके बायी आंख की पलकों को काट खाया. जिससे उनकी आंख पर सूजन आ गई. यह मामला दूसरे दिन सुबह उजागर हुआ. उल्लेखनीय है कि, आयसीयू में भरती रहनेवाले मरीजों के पास उनके किसी भी परिजन को मौजूद रहने की अनुमति नहीं रहती. लगभग यहीं स्थिति यहां पर भी थी. किंतु विष्णुपंत साठवणे का एक परिजन जब उन्हें सुबह का चाय-नाश्ता देने हेतु उनके पास पहुंचा, तब यह मामला सामने आया. जिसके बाद संतप्त परिजनों ने मौके पर उपस्थित डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ को जमकर आडे हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि, रात में इस वृध्द मरीज की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया. जिसकी वजह से यह मामला घटित हुआ.
उल्लेखनीय है कि, आयसीयू में भरती रहनेवाले मरीज की पूरी जिम्मेदारी आयसीयू वॉर्ड में तैनात डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ पर रहती है. किंतु आयसीयू वॉर्ड में भरती एक मरीज को पूरी रात चींटियां काटती रही और इस ओर किसी के भी द्वारा ध्यान नहीं दिया गया. यह अपने आप में बडी लापरवाही है और ऐसी लापरवाही के चलते कभी किसी मरीज की जान भी जा सकती है. ऐसी प्रतिक्रिया आयसीयू वॉर्ड में भरती अन्य मरीजों के परिजनों द्वारा दी गई. वहीं मामले की जानकारी मिलते ही अस्पताल के डीन डॉ. अनिल देशमुख खुद आयसीयू वॉर्ड पहुंचे और उन्होंने पूरे मामले से अवगत होने के बाद आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये. साथ ही खुद अपने सामने कीटनाशक दवाईयों का छिडकाव करते हुए वॉर्ड की साफ-सफाई करवायी. साथ ही अब इस बात की भी जांच की जा रही है कि, आयसीयू वॉर्ड में चींटियां कहां से व कैसे घुसी तथा संबंधित मरीज के पलंग तक कैसे पहुंची. वहीं इस ओर किसी का ध्यान क्यों नहीं गया. इन बातों की जांच करने के साथ-साथ डीन डॉ. अनिल देशमुख ने आयसीयू वॉर्ड में तैनात परिचारिका को कारण बताओ नोटीस जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू की.
यह घटना अपने आप में काफी दुर्दैवी है. हम इस बात की जांच कर रहे है कि, आखिर आयसीयू वॉर्ड के भीतर चींटियां कैसे पहुंची. फिलहाल इस मामले को लेकर वॉर्ड में कार्यरत परिचारिका को कारण बताओ नोटीस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. साथ ही मैंने खुद अपनी आंखों के सामने वॉर्ड में कीटनाशक दवाईयों का छिडकाव करवाते हुए साफ-सफाई करवाई है.
– डॉ. अनिल टी. देशमुख
अधिष्ठाता, पीडीएमसी